महाकुंभ में माघ पूर्णिमा स्नान से पहले ट्रैफिक पर तैयारी, 36 जगह हो सकेगी पार्किंग, मेला क्षेत्र नो व्हीकल जोन…

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महाकुंभ में माघी पूर्णिमा से पहले ही भारी भीड़ प्रयागराज की ओर उमड़ पड़ी है. जिससे पूरे प्रयागराज की व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई है. पुलिस प्रशासन ने आने वाली भीड़ को देखते हुए बड़े स्तर पर तैयारी की है. पूरे मेला जोन क्षेत्र को आज से नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है. बाहर से आने वाले तमाम वाहनों को सीमाओं पर रोकने की तैयारी की गई है. 36 जगहों पर पार्किंग स्थल बनाए गए हैं. जहां वाहनों को रोका जाएगा.

महाकुंभ मेला क्षेत्र में माघी पूर्णिमा स्नान 12 फरवरी है जिसे देखते हुए ट्रैफिक का डायवर्जन किया गया है और पार्किंग की व्यवस्था की गई है. प्रशासन के मुताबिक दस फरवरी रात 8 बजे से 13 फरवरी सुबह 8 बजे तक मेला क्षेत्र में प्रशासनिक/चिकित्सीय वाहनों के अतिरिक्त सभी प्रकार के वाहनों की एंट्री पर रोक रहेगी. श्रद्धालु अपने वाहनों को निर्धारित 36 ‘पार्किंग’ स्थलों पर खड़ा कर सकेंगे. जिसके बाद ये यात्री ओल्ड जीटी मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे.

जौनपुर से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग
1- चीनी मिल पार्किंग
2- पूरे सूरदास पार्किंग गारापुर रोड
3- समयामाई मंदिर कछार पार्किंग
4- बदरा सौनौटी रहीमापुर मार्ग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग में पार्क कराया जाएगा

वाराणसी से आने वाले वाहन
1- महुआ बाग थाना झूसी पार्किंग (अखाड़ा पार्किंग)
2- सरस्वती पार्किंग झूसी रेलवे स्टेशन
3- नागेश्वर मंदिर पार्किंग
4- ज्ञान गंगा घाट छतनाग पार्किंग
5- शिव मंदिर उस्तापुर महमूदाबाद पार्किंग में पार्क कराया जाएगा.

मिर्जापुर से आने वाले वाहन
1- देवरख उपरहार पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी
2- टेंट सिटी पार्किंग मदनुआ/मवईया/देवरख
3- ओमेंक्स सिटी पार्किंग
4- गजिया पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी

मिर्जापुर से आने वाले श्रद्धालु अपने वाहनों को खड़ा करके पैदल अरैल बांध रोड से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.

रीवा-बांदा-चित्रकूट से आने वाले वाहन
1- नवप्रयागम पार्किंग पूर्वी/पश्चिमी/विस्तार
2- एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट पार्किंग यमुना पट्टी
3- महेवा पूरब/पश्चिम पार्किंग
4- मीरखपुर कछार पार्किंग में पार्क कराया जाएगा

ये श्रद्धालु वाहन पार्किंग में लगाकर पैदल ओल्ड रीवा मार्ग व न्यू रीवा मार्ग होकर अरैल बाँध से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.

कानपुर-कौशांबी की तरफ आने वाले वाहन
1- काली एक्सटेंशन प्लाट नंबर 17 पार्किंग
2- इलाहाबाद डिग्री कॉलेज मैदान
3- पार्किंग दधिकांदो मैदान पार्किंग

ये लोग वाहन खड़ा करके जीटी जवाहर चौराहा होते हुए काली मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.

लखनऊ-प्रतापढ़ से आने वाले वाहन
1- गंगेश्वर महादेव कछार पार्किंग
3- नागवासुकी पार्किंग
4- बक्शी बाँध कछार पार्किंग
5- बड़ा बागड़ा पार्किंग 01/02/03
6- आईईआरटी पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग में पार्क कराया जाएगा.

ये यात्री पैदल नवास की मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.

अयोध्या-प्रतापगढ़ से आने वाले वाहनों को शिव बाबा पार्किंग रोका जाएगा. जिसके बाद श्रद्धालु संगम लोवर मार्ग से पैदल मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे. मेला क्षेत्र में पैदल आगमन करने वाले श्रद्धालु जी०टी० जवाहर से प्रवेश कर काली सड़क आकर काली रैम्प से होते हुए संगम अपर मार्ग से संगम तक जा सकेंगे. जबकि वापसी संगम क्षेत्र से अक्षयवट मार्ग होते हुए इण्टर लाकिंग वापसी मार्ग त्रिवेणी मार्ग से होगी. संगम मेला क्षेत्र में जाने के लिए प्रवेश मार्ग जवाहरलाल नेहरू मार्ग काली सड़क से एवं निकास मार्ग त्रिवेणी मार्ग प्रस्तावित है. प्रमुख स्नान पर्व के दिनों में अक्षयवट दर्शन के लिए बन्द रहेगा.

माघी पूर्णिमा स्नान को देखते हुए 11 फरवरी 2025 से संपूर्ण मेला क्षेत्र को ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित किया गया है. इस दौरान सिर्फ आवश्यक और आकस्मिक सेवा वाहनों का ही मेला क्षेत्र में प्रवेश होगा. श्रद्धालुओं के आवागमन को सुगम बनाने के लिए प्रशासन ने 11 फरवरी की शाम पांच बजे से पूरे प्रयागराज शहर को भी ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित किया है. श्रद्धालुओं की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के लिए ये विशेष ट्रैफिक प्लान बनाया गया है.

माघ पूर्णिमा स्नान को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों का साथ बैठक की और व्यवस्थाओं की समीक्षा की. सीएम योगी ने तैयारियों का आकलन किया और कार्यक्रम को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए अधिकारियों को कई दिशानिर्देश जारी किए. मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए सुव्यवस्थित यातायात और भीड़ प्रबंधन योजना लागू की जानी चाहिए.

महाकुंभ के डीआईजी वैभव कृष्ण ने कहा कि कल्पवासियों के निकलने पर ट्रैफिक जाम ना हो, इसके लिए प्रयागराज कमिश्नरेट के साथ ही आसपास के जिलों की पुलिस के साथ कोऑर्डिनेशन किया गया है. मेला क्षेत्र में कहीं जाम की स्थिति नहीं है. पांटून पुलों को जरूरत के मुताबिक खोला जा रहा है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुगमता के साथ उनका स्नान प्राथमिकता में है.