छत्तीसगढ़ के फर्जी Sex सीडी कांड में पूर्व मुख्यमंत्री बघेल और उनके सहभागी विनोद वर्मा की रायपुर कोर्ट में पेशी आज, अलर्ट पर सीबीआई…

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रायपुर: छत्तीसगढ़ में फर्जी सेक्स सीडी कांड की विशेष अदालत में सुनवाई आज होगी। इस मामले को लेकर सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर मांग की थी कि प्रकरण की सुनवाई प्रदेश से बाहर हो। लेकिन अब फ़िजा बदल चुकी है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को गच्चा देने के बाद सत्ता में आई बीजेपी ने प्रदेश में सीबीआई की राह खोल दी है। उसने पूर्व कांग्रेस सरकार के सीबीआई को बैन करने वाले आदेश को ही रद्द कर दिया था।

लिहाजा करीब 7 साल बाद आज रायपुर कोर्ट में इस महत्वपूर्ण मामले की सुनवाई होगी। अदालती सूत्रों के मुताबिक सभी आरोपियों को पेश होने के लिए कहा गया है, इसके तहत 6 आरोपियों को समन जारी किया गया है। राज्य में बीजेपी को मुश्किल में डालने वाले इस प्रकरण में आरोपियों ने एक अश्लील सीडी को टेंपरिंग कर उसमें पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री का चेहरा लगाया था। इसके बाद आरोपियों ने प्रेस-मीडिया से लेकर इंटरनेट तक में उस अश्लील सीडी को वायरल किया था।

अभियोजन के मुताबिक सत्ता पाने के चक्कर में तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपे बघेल और उनके संगी-साथियों कथित पत्रकार विनोद वर्मा समेत अन्य ने मिलकर इस अपराध को अंजाम दिया था। फर्जी सेक्स सीडी कांड में उस वक़्त नया मोड़ आया था जब मुख्य आरोपी बघेल मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज हो गए थे। सत्ता में आते ही उन्होंने राज्य में सीबीआई की एंट्री पर बैन लगा दिया था।

इसके बाद विवेचना में आ रही कठिनाइयों को लेकर सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। उसने 25 सितंबर 2018 को चार्जशीट पेश कर अपराध का ब्यौरा अदालत में पेश किया था। हालांकि क़ानूनी पेचदियों के चलते किसी पर भी आरोप तय नहीं किये जा सके थे। जानकारी के मुताबिक कोर्ट में आरोप तय करने को लेकर अभियोजन और बचाव पक्ष के बीच तीखी बहस के आसार है। उधर सूत्र यह भी तस्दीक कर रहे है कि सेक्स सीडी कांड से जुड़े रिंकू खनूजा आत्महत्या प्रकरण की बंद फाइल भी जल्द खुल सकती है। बताया जाता है कि रिंकू खनूजा की मौत को पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के इशारे पर रायपुर में पदस्थ तत्कालीन पुलिस अधिकारीयों ने आत्महत्या करार दिया था।

इस मामले में तत्कालीन पुलिस अधिकारियों पर सबूत नष्ट करने जैसे कई गंभीर आरोप पीड़ित परिवार ने लगाए थे। लेकिन प्रभावशील आरोपियों के इशारे पर पुलिस ने बगैर ठोस जांच किये रिंकू की मौत को आत्महत्या से जोड़ कर फाइल ही बंद कर दी थी। इस दौरान रिंकू खनूजा और उद्योगपति सुरेश गोयल के बीच मोटी रकम के लेनदेन को लेकर एक ऑडियो भी वायरल हुआ था। यह भी बताया जाता है कि इस प्रकरण में गोयल से अब तक पूछताछ नहीं हो पाई है। जबकि तत्कालीन पुलिस अधिकारियों ने कारोबारी और IBC चैनल के मालिक सुरेश गोयल को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए थाने बुलाया था।

सूत्र तस्दीक करते है कि फर्जी सेक्स सीडी को ब्रेकिंग न्यूज़ के रूप में सबसे पहले सुरेश गोयल ने ही प्रसारित कर, इसे मंत्री की सीडी साबित किया था। लेकिन अगले ही पल सीडी के फर्जी होने का दावा कर पूर्व प्रसारित खबर से पल्ला झाड़ लिया था। रिंकू खनूजा प्रकरण में पुलिस पूछताछ का दबाव बढ़ते ही गोयल ने रायपुर से दूरियां बना कर अज्ञात स्थान में शरण ले ली थी।

सूत्र यह भी तस्दीक करते है कि मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ की राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री बघेल से बातचीत के बाद मुख्य संदेही गोयल की करीब दो माह बाद रायपुर पुनर्वापसी हुई थी। फ़िलहाल, सेक्स सीडी कांड और खनूजा हत्या-आत्महत्या प्रकरण की कड़ी आपस में जुड़ी बताई जाती है। पीड़ितों ने मामले की नए सिरे से विवेचना पर जोर दिया है।