रायपुर | फर्जी जन्म प्रमाण पत्र को लेकर “जेल की हवा” खा रहे अमित जोगी और उनकी पार्टी को उस समय एक और तगड़ा झटका लगा है , जब दंतेवाड़ा में पार्टी के जिला अध्यक्ष समेत कई स्थानीय नेता कांग्रेस में शामिल हो गए | बताया जाता है कि जब से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की कमान अमित जोगी ने संभाली है , तब से पार्टी के भीतर “भगदड़” की स्थिति है | लेकिन जैसी ही अमित जोगी जेल गए ,वैसे ही “भगदड़” के मामले में तेजी आ गई है | प्रदेश भर में जोगी समर्थको ने “कांग्रेस प्रवेश” के लिए अपने संपर्क सूत्र स्थापित करना शुरू कर दिया है | दंतेवाड़ा में बबलू सिद्द्की के अपने कार्यकर्ताओ समेत “कांग्रेस में प्रवेश” की खबर पिछले चार दिनों से फैली हुई थी | हालांकि बुधवार को जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दंतेवाड़ा पहुंचे तो लोगो ने इस खबर को “परवान” चढ़ते देखा | बताया जाता है कि जोगी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बबलू सिद्द्की , सीनियर और जूनियर जोगी के काफी “विश्वासपात्र” थे | दंतेवाड़ा के अलावा लगभग दर्जन भर अन्य जिलों में भी जोगी का दामन छोड़ “कांग्रेस प्रवेश” के लिए कई नेताओ ने अपने समीकरण बिठाने शुरू कर दिए है | यह भी बताया जाता है कि आने वाले दिनों में कई बड़े नेता जोगी कांग्रेस से “पाला” बदल कर कांग्रेस का दामन थाम सकते है | इसके लिए कांग्रेस ने भी ऐसे कार्यकर्ताओ की पार्टी प्रवेश की रूपरेखा तैयार कर रखी है |
उधर अदालत से अमित जोगी और अजित जोगी को जल्द राहत मिलते नजर नहीं आ रही है | बुधवार को आखिरकर अदालत ने अमित जोगी की जमानत याचिका ख़ारिज कर दी | उन्हें बिलासपुर की सेशन कोर्ट में पेश किया गया था | यहाँ अमित जोगी ने अपनी जमानत की पैरवी खुद की थी | हालांकि सुनवाई के तुरंत बाद ही अदालत ने फैसला सुरक्षित रखते हुए आरोपी अमित जोगी को वापस जेल दाखिल करा दिया था | इस दौरान अदालत के रुख से साफ़ गया था की अमित जोगी की “जमानत” आसान नहीं है | उधर मुश्किल में सीनियर जोगी भी नजर आ रहे है ,उन्हें भी अपनी गिरफ्तारी का भय है | अमित जोगी की गिरफ्तारी के फ़ौरन बाद उन्होंने “दिल्ली दरबार” का रुख कर लिया है | ताकि “दिल्ली दरबार” से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उनके खिलाफ लंबित तमाम मामलो को ठंडे बस्ते में डालने की हिदायत मिल सके | एक जानकारी के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत पार्टी के अन्य नेताओ से मेल -मुलाकात के लिए अजित जोगी ने हाथ पैर मारना शुरू कर दिया है | लेकिन खबर आ रही है कि फ़िलहाल ,सीनियर जोगी को ना तो “दस जनपद” से कोई तवज्जो मिली है और ना ही कांग्रेस के किसी प्रभावशील नेता ने मामले में “हस्ताक्षेप” के लिए कोई हामी भरी है | बताया जाता है कि अजित जोगी पिछले तीन दिनों से दिल्ली में कांग्रेसी नेताओ के सतत संपर्क में है |
अजित जोगी के खिलाफ फर्जी जाति प्रमाण पत्र को लेकर “छत्तीसगढ़ सरकार” कड़ी वैधानिक कार्रवाई कर सकती है | बिलासपुर हाईकोर्ट ने भी अजित जोगी की जाति को लेकर हाईपॉवर कमेटी के फैसले पर कोई राहत नहीं दी है | कहा जा रहा है कि अजित जोगी और अमित जोगी दोनों ही के “प्रकरणों” में राज्य सरकार की ओर से ठोस दस्तावेजी प्रमाण अदालत के समक्ष रखे गए है | इन “सबूतों” को झूठलाना दोनों ही पक्षों के लिए “टेढ़ी खीर” है लिहाजा मौजूदा दौर में जोगी “पिता-पुत्र” दोनों ही अपने राजनैतिक ही नहीं बल्कि जीवन के कठिन दौर से गुजर रहे है | ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओ को जनता कांग्रेस जोगी का “भविष्य” भी “अंधकारमय” नजर आ रहा है | खबर आ रही है कि राज्य के अधिकांश इलाको में पार्टी के भीतर मच रही “भगदड़” से जोगी कांग्रेस का जल्द ही “सफाया” हो जाएगा | यह देखना गौरतलब होगा कि पार्टी को संगठित रखने और अमित जोगी और अजित जोगी के “बचाव” के लिए कितने “दिग्गज” सामने आते है |