प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ पहुंचीं अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने संन्यास की दीक्षा ले ली थी. अभिनेत्री को नया नाम दे दिया गया था. दीक्षा लेने के बाद ममता कुलकर्णी ने भगवा वस्त्र धारण कर लिया था. इसके बाद उन्हें किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद जमकर विरोध हो रहा है. अब ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद किन्नर अखाड़े में बड़ी कलह शुरू हो गई है.
किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय बड़ा एक्शन लेंगे. आचार्य महामंडलेश्वर पद से लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी हटाई जाएंगी. संभावना है कि आज दोपहर में इसका ऐलान होगा. माना जा रहा है कि ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाना लक्ष्मीनारायण पर भारी पड़ा है. इस फैसले की काफी आलोचना हुई थी. कई बड़े संतों ने इसपर विरोध जताया था.
बीते दिनों ममता कुलकर्णी ने संगम तट पर अपने हाथों से पिंडदान किया था. तब कहा गया था कि ममता कुलकर्णी को अब यमाई ममता नंद गिरि के नाम से जाना जाएगा. जूना अखाड़े की आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने ममता कुलकर्णी को दीक्षा दी थी. इसके बाद से अभिनेत्री महाकुंभ में किन्नर अखाड़े में रह रही हैं. अभिनेत्री सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती हैं.
उन्होंने महाकुंभ से कई तस्वीरों और वीडियो को साझा किया, जिसमें वह भगवा वस्त्र पहने साध्वियों के साथ खड़ी नजर आईं. इससे पहले इंस्टाग्राम पर शेयर किए गए क्लिप में अभिनेत्री कहती नजर आई थीं, “नमस्ते दोस्तों, शुभ प्रभात, मैं कल दुबई वापस जा रही हूं और जनवरी में मैं कुंभ मेले में शामिल होने के लिए आऊंगी. मैं इलाहाबाद में शाही स्नान करने और डुबकी लगाने के लिए वापस आऊंगी. तब तक आप सभी अपना ख्याल रखिए. मैं अपने सभी प्रशंसकों की आभारी हूं जिन्होंने मुझे ढेरों प्यार दिया और मुझे इतना प्यार देने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद.”
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा कर ममता ने भारत आने की जानकारी दी थी. क्लिप में कुलकर्णी कहती नजर आई थीं, “हेलो दोस्तों, मैं ममता कुलकर्णी 25 साल बाद भारत ‘आमची मुंबई’ लौटी हूं. यहां आकर मेरी पुरानी यादें ताजा हो गईं. फ्लाइट के उतरने से पहले मैं बहुत उत्साहित थी और अपने इधर-उधर देख रही थी.”