पूर्वबर्ती बीजेपी सरकार की डी कंपनी से प्रताड़ित होने वालो में विवेक ढांढ भी शामिल थे | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया खुलासा |

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 छत्तीसगढ़ की पूर्वबर्ती बीजेपी सरकार की डी कंपनी के फोन टेपिंग की आदातो के कारण सिर्फ पत्रकार ,सामाजिक कार्यकर्ता ,नेता और व्यापारी वर्ग ही प्रताड़ित नहीं था बल्कि नौकरशाह भी परेशानी में थे | इसका खुलासा उस समय हुआ जब एक कार्यक्रम में राज्य के  पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांढ की मौजूदगी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि खुद विवेक ढांढ भी वाट्सप कॉल के जरिए बातचीत किया करते थे | मंच पर मौजूद विवेक ढांढ ने इस पर हामी भरी | हालांकि मुख्यमंत्री बघेल ने अपने संबोधन में फोन टेपिंग के मामलों के आरोपियों का नाम लेना मुनासिब नहीं समझा | लेकिन उन्होंने अपने सम्बोधन में बताया कि किस तरह से नौकरशाह फोन पर सामान्य बातचीत करने से भी बचते थे |  इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आम जनता की अभिव्यक्ति की आजादी पर निलंबित डीजीपी और कई गंभीर मामलों के आरोपी मुकेश गुप्ता ने अपना पहरा लगाया हुआ था | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि उनकी सरकार में किसी के फोन टेप नहीं होंगे | जनता खुलकर और पूरी आजादी के साथ बातचीत करे | पूर्वबर्ती सरकार की तरह उनकी सरकार राज्य के लोगो से पेश नहीं आएगी | उन्होंने यह भी कहा कि 18 साल बाद प्रदेश में छत्तीसगढ़ियों की सरकार बनी है | इसलिए जनता बेफिक्र होकर अपना कार्य करे |   

          मुख्यमंत्री भूपेश बघेल साइंस कालेज आडिटोरियम में पूर्व छात्र मिलन के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे | इस कार्यक्रम में कई पूर्व छात्र भी मौजूद थे । कार्यक्रम के दौरान पूर्व सीएस विवेक ढांढ, महाधिवक्ता कनक तिवारी समेत कई शीर्ष लोग मौजूद थे ।  छात्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए 18 साल में पहली बार ऐसा लग रहा है कि छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढिय़ों का राज आया है । प्रजातंत्र में अपनापन होना जरूरी है, जनता को लगना चाहिए कि अपनी सरकार और और लोगों को अब लग रहा है कि अपनी सरकार है | उन्होंने कहा कि आज 17 तारीख को मुझे मुख्यमंत्री पद की शपथ लिए 2 माह पूरे हो गए हैं ।