क्या छत्तीसगढ़ का पूर्व चौकीदार चोर है ? सवाल सुनते ही सड़क छाप गुंडे-बदमाशों की तर्ज पर बिफर पड़े पूर्व मुख्यमंत्री बघेल और उनकी टोली, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह से कांग्रेस विधायक दल की शिकायत….

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रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा में कांग्रेसी विधायकों का बर्ताव सुर्ख़ियों में है। राज्य में पहली बार कोई पूर्व मुख्यमंत्री विधानसभा परिसर में अपना आपा खो कर किसी सड़क छाप गुंडे-मवाली की तर्ज पर व्यवहार करता नजर आया। यही नहीं सवालों से बचने के लिए उसने कांग्रेसी विधायकों को गुमराह कर आगे कर दिया। जबकि ऐसे विधायकों की आड़ लेकर मौके से नदारत भी हो गया। दरअसल, छत्तीसगढ़ विधानसभा में शुक्रवार के दिन कांग्रेसी विधायकों के आचरण को लेकर सदन गर्म रहा।

पूर्व मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेसी विधायक सदन से बहिर्गमन के दौरान ‘चौकीदार चोर है’ का नारा लगाते नजर आये थे। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार सुनील नामदेव ने प्रति-प्रश्न कर सवाल किया कि ‘क्या छत्तीसगढ़ का पूर्व चौकीदार भी चोर है’ ? पूर्व मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेसी विधायकों ने इस सवाल को सुनकर अपने कदम थाम लिए। इस सवाल का जवाब देने के बजाय पूर्व मुख्यमंत्री बघेल इतना बिफरे की अपना आपा खो बैठे।

उन्होंने कांग्रेसी विधायकों को गुमराह करते हुए उकसाया कि ‘कांग्रेसी विधायक चोर है’ कहा जा रहा है। जबकि वरिष्ठ पत्रकार ने साफ-साफ सवाल कर दोहराया कि, यही तो पूछ रहे है, राज्य का पूर्व चौकीदार चोर है। इस प्रश्न को सुनने के बाद जवाब देने के बजाय पूर्व मुख्यमंत्री बघेल की बौखलाहट सामने आ गई। उन्होंने पत्रकार के साथ आशालीन व्यवहार करना शुरू कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री के अलावा लगभग 35 कांग्रेसी विधायकों ने वरिष्ठ पत्रकार सुनील नामदेव के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। कुछ विधायकों ने तो उन्हें घुटना टेकने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। कांग्रेसी विधायक आखरी समय तक हो-हल्ला करते रहे। वे असंसदीय भाषा का उपयोग करने के साथ-साथ सदन की गरिमा तक भूल बैठे थे।

वरिष्ठ पत्रकार सुनील नामदेव ने अब अपनी आपबीती विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह को सुनाई है। एक शिकायती पत्र में वरिष्ठ पत्रकार ने अवगत कराया है कि सारा विवाद उस समय शुरू हुआ जब पूर्व मुख्यमंत्री बघेल से उन्ही के नारे को दृष्टिगत रखते हुए सवाल किया गया कि क्या छत्तीसगढ़ का पूर्व चौकीदार चोर है ? पूर्व मुख्यमंत्री बघेल का इस दौरान आचरण आशालीन बताया गया है। यही नहीं वरिष्ठ पत्रकार ने अपने पत्र में कांग्रेसी विधायकों के व्यवहार को लेकर आपत्ति जताई है। उन्होंने पूरे मामले की जांच की मांग करते हुए घटनाक्रम का वीडियो फुटेज विधानसभा अध्यक्ष के संज्ञान में लाया है।