रायपुर: ‘चौकीदार चोर है’, के नारे पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपे बघेल बुरी तरह से फंस गए है। ये नारा अब उनके गले की फ़ांस बन गया है। दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री बघेल, उनके करीबी अधिकारियों और सहयोगियों पर ED और सीबीआई की गाज गिरी है। भ्रष्टाचार और घोटालों से घिरे पूर्व मुख्यमंत्री के कई करीबी सहयोगी इन दिनों जेल की हवा खा रहे है।
ऐसे में चौकीदार चोर है, जैसा नारा पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस को मुँह चिढ़ा रहा है। कांग्रेस राज में भ्रष्टाचार को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब देने के बजाय पूर्व मुख्यमंत्री बघेल और उनके करीबी विधयकों ने विधानसभा में आज जमकर उत्पात मचाया।
पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने सवालों से बचने के लिए विधायकों को भी गुमराह किया। पूर्व मुख्यमंत्री के झूठ फ़ैलाने की बानगी एक बार फिर सामने आई है। पूर्व मुख्यमंत्री ने फेसबुक में तरो-ताज़ा वीडियो शेयर कर वरिष्ठ पत्रकार सुनील नामदेव पर हमला किया है।
बघेल ने लिखा है कि बगैर प्रवेश पास के एक कथित पत्रकार विधानसभा में दाखिल हो गया। बघेल का झूठ यही नहीं थमा। उन्होंने आगे क्या लिखा यह भी पढ़िए। उधर वरिष्ठ पत्रकार सुनील नामदेव ने एक बयान में कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री बघेल झूठ बोलने से बाज नहीं आ रहे है।
वे अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल की कार्यप्रणाली और भ्रष्टाचारों के खुलासे से भयभीत है, अनर्गल दुष्प्रचार कर रहे है। हकीकत यह है कि पत्रकार सुनील नामदेव छत्तीसगढ़ विधानसभा सलाहकार समिति के सदस्य है। उनका वैधानिक परिचय पत्र भी विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी किया गया है। इस प्रवेश पत्र को जारी कर वरिष्ठ पत्रकार ने पूर्व मुख्यमंत्री बघेल से माफ़ी मांगने की मांग की है, अन्यथा क़ानूनी कार्यवाही करने की चेतावनी दी है।
गौरतलब है कि विधानसभा परिसर में आज पूर्व मुख्यमंत्री बघेल भ्रष्टाचार को लेकर पूछे गए सवालों से ऐसे बौखलाए कि वरिष्ठ पत्रकार के साथ अभद्र व्यवहार करने लगे। उनका वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है।