रेप केस में मलयालम स्टार मुकेश को बड़ी राहत, एक्ट्रेस ने वापस ली शिकायत, बोलीं- ‘सरकार ने नहीं दी सुरक्षा..’

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केरल पुलिस ने 28 अगस्त को मलयालम अभिनेता और विधायक मुकेश के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया था. एक फिल्म एक्ट्रेस ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था और पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी. हालांकि, अब इस केस में मुकेश को एक बड़ी राहत मिल चुकी है. दरअसल, मुकेश समेत कई बाकि पुरुष कलाकारों पर उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली एक्ट्रेस ने अपनी शिकायत वापस ले ली है और साथ ही एक हैरान कर देने वाला दावा भी किया है.

51 साल के मलयालम एक्ट्रेस, जिन्होंने माकपा विधायक एम मुकेश समेत कई पुरुष अभिनेताओं पर यौन शोषण का आरोप लगाया था, कहा कि उन्हें केरल सरकार से समर्थन और सुरक्षा की कमी महसूस हो रही है. उन्होंने राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि वे ‘मानसिक रूप से थक चुकी हैं’ और इसलिए उन्होंने अपनी शिकायतों को वापस लेने का फैसला किया है. उन्होंने कहा, ‘मैं सभी को ये बताना चाहती हूं कि सरकार की लापरवाही और महिलाओं के लिए सुरक्षा की कमी के चलते मुझे बहुत ज्यादा दर्द झेलना पड़ा है’.

उन्होने कहा, ‘मैं मानसिक रूप से थक चुकी हूं. सरकार किसी महिला की मदद नहीं कर रही है और न ही सुरक्षा दे रही है. इसलिए, अब मैं मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहती. इसका मतलब ये नहीं कि मैंने किसी से समझौता किया है’. उन्होंने ये भी कहा कि मनियानपिला राजू और इदावेला बाबू जैसे अभिनेताओं के खिलाफ शिकायत करने के बाद उन्हें POCSO मामले में आरोपी बनाया गया था और सरकार ने उनकी सुरक्षा के लिए कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘मैं निर्दोष हूं और मुझे न्याय चाहिए. मैं चाहती हूं कि मेरे खिलाफ जो POCSO का मामला दर्ज किया गया है, उसकी पूरी और जल्दी से जांच हो’.

उन्होंने कहा, ‘अगर मैं आत्महत्या करती हूं, तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी’. इसके बाद उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट में वही बात दोहराई जो उन्होंने सुबह पत्रकारों से कही थी. एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘आज, मैं अपने POCSO मामले में न्याय न मिलने के कारण MLA के खिलाफ दर्ज सारे मामले रद्द करने का कठिन फैसला लेने वाली हूं. मेरी बातों के बावजूद, पुलिस ने सही से जांच नहीं की, जिससे मुझे असहाय और धोखा महसूस हो रहा है’. उन्होंने आगे लिखा कि उन्हें इसके चलते लगातार सामाजिक उत्पीड़न झेलना पड़ा, जिसका असर उसके मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा पड़ा.

उनका कहना है कि झूठी अफवाहों ने उसे सेक्स माफिया का मध्यस्थ बताया. उन्होंने लिखा, ‘मैं चुप नहीं रहूंगी. मेरी मांग साफ है: पहले POCSO मामला हल हो, फिर मैं बाकी मामलों को आगे बढ़ाऊंगी. न्याय मिलना चाहिए. मैं अधिकारियों से जल्दी कार्रवाई की अपील करती हूं, ताकि कोई और मेरे जैसी पीड़िता न बने. POCSO अधिनियम 2012 बच्चों की सुरक्षा के लिए है. अब इसे लागू करना जरूरी है’.