नई दिल्ली/भुवनेश्वर: अस्पतालों में अब आंखों में सुकून देने वाले लिबाज पहने नर्से नजर आएंगी। उन्हें सफ़ेद पोशाक से छुटकारा मिल गया है। सरकारी अस्पतालों में आकर्षक ड्रेस कोड के साथ पैरामेडिकल स्टाफ की चहलकदमी मरीजों और उनके परिजनों के लिए राहत भरी होगी। आमतौर पर सफ़ेद रंग के कपड़े पहने नर्से, लंबे अरसे से मरीजों की सेवा में जुटी थी। अस्पताल में मरीजों का इलाज करने वाली नर्सों के लिए भारत सरकार ने भी सफेद रंग के ड्रेस कोड निर्धारित किये थे। लेकिन अब इस रंग से उन्हें मुक्ति मिल गई है।
ओडिशा में अब नर्सिंग स्टाफ की ड्रेस में बड़ा बदलाव होने जा रहा है. राज्य की बीजेपी सरकार ने नर्सिंग सेवा कैडर के महिला और पुरुष दोनों कर्मचारियों के ड्रेस कोड में बदलाव किया है। नए ड्रेस कोड को लेकर आदेश भी जारी कर दिए गए है।
राज्य की बीजेपी सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में नर्सिंग कर्मचारियों के लिए अलग-अलग रंग के ड्रेस कोड के साथ छह ड्रेस पैटर्न को मंजूरी दे दी है. मौजूदा वक्त में महिला नर्सिंग कर्मचारी सफेद साड़ी या सफेद एप्रन के साथ नजर आती थी। लेकिन अब उनकी पोशाक में हल्का बैंगनी व लेवेंडर कलर सहित सियान नीले रंग जोड़ा गया है। यह काफी आकर्षक नजर आता है।
जानकारी के मुताबिक नर्सिंग स्टाफ की सीनियरिटी के हिसाब से उनकी ड्रेस का रंग तय किया गया है.
ओडिशा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के नर्सिंग निदेशक द्वारा जारी एक पत्र के अनुसार, नर्सिंग अधिकारी और वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी (महिला) हल्के लैवेंडर रंग की पोशाक पहनेंगी, जबकि सहायक नर्सिंग अधीक्षक (एएनएस) अब सियान नीले रंग की पोशाक पहनेंगे. इसी तर्ज पर डिप्टी नर्सिंग सुपरिंटेंडेंट (डीएनएस) और नर्सिंग सुपरिंटेंडेंट (एनएस) के लिए ड्रेस का रंग सफेद होगा. सफेद एप्रन के कॉलर नेक वाले हिस्से पर गहरे बैंगनी रंग का बॉर्डर होगा.
राज्य सरकार ने ICU-ऑपरेशन थिएटर में स्क्रब सूट अनिवार्य कर दिया है। नए नियम के अनुसार सभी नर्सिंग कर्मचारियों को अब आईसीयू, ऑपरेशन थिएटर और लेबर रूम जैसे इनडोर ड्यूटी करने के लिए स्क्रब सूट पहनना होगा. बताया गया कि सामान्य वार्डों और इमरजेंसी सेवाओं में लगे सभी पुरुष नर्सिंग अधिकारी ड्रेस कोड के साथ गहरे नेवी ब्लू रंग के औपचारिक पतलून पहनेंगे. इसके अलावा महिला नर्सिंग अधिकारी, वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी और सहायक नर्सिंग अधीक्षक सामान्य वार्डों और इमरजेंसी सेवाओं के लिए साड़ी या सलवार-कमीज पहन सकते हैं, जबकि डीएनएस और एनएस कैडरों को ऐसी ड्यूटी के लिए केवल साड़ी पहनने के लिए कहा गया है.
अब स्वास्थ्य कर्मियों को ड्रेस पर अपना नाम भी लिखना होगा। सरकारी आदेश के मुताबिक सामान्य वार्डों में सभी एएनएस, डीएनएस और एनएस को पूरी आस्तीन का एप्रन प्रदान किया जाएगा, जबकि रैंक के बावजूद कैडर के सभी अधिकारियों की वर्दी पर उनका नाम और पदनाम अंकित होगा। ओडिशा सरकार के इस आदेश में कहा गया कि ड्रेस कोड बदलने का निर्णय ओडिशा नर्सिंग कर्मचारी संघ के प्रस्ताव पर विचार करने के बाद सैद्धांतिक रूप से लिया गया है। ओडिशा में बीजेपी सरकार बनने के बाद राज्य भर में सरकारी भवनों और कार्यालयों को नारंगी और लाल रंग में रंगने का फैसला भी लिया गया है।
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