दिवाली और छठ जैसे त्योहारों पर अपने-अपने घर गए लोगों को वापस अपने काम पर लौटने के लिए ट्रेनों के कंफर्म टिकट आसानी से मिल सकेंगे। दरअसल, रेलवे बोर्ड ने बुधवार को कहा कि उसने 8 नवंबर से अपने गृह नगरों में जाने वाले यात्रियों की वापसी को ध्यान में रखकर स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला लिया है। रेलवे ने यात्रियों की भीड़ को संभालने के लिए 500 से अधिक विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की है।
बोर्ड के मुताबिक, वापस लौटने वाले यात्रियों की सहूलियत के लिए विशेष ट्रेनों की घोषणा की गई है। स्थानीय मांग को पूरा करने के लिए समस्तीपुर, दानापुर डिवीजनों और अन्य डिवीजनों से अतिरिक्त ट्रेनों की योजना बनाई गई है। बोर्ड ने कहा कि छठ पूजा के लिए भीड़ 8 नवंबर को सूर्योदय के बाद शुरू होगी और उस दिन यात्रियों की अधिक भीड़ को देखते हुए उसने 164 विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की है।
बयान में कहा गया कि रेलवे ने 9 नवंबर के लिए 160, 10 नवंबर के लिए 161 और 11 नवंबर के लिए 155 विशेष ट्रेनों की योजना बनाई है। इससे त्योहार के दौरान यात्रियों की भीड़ को संभालने के लिए पर्याप्त क्षमता सुनिश्चित की जा सके।
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रेलवे बोर्ड के अनुसार, 4 नवंबर को भारतीय रेलवे ने एक दिन में रिकॉर्ड संख्या में यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया, जिसमें 120.72 लाख लोग शामिल थे। इसमें 19.43 लाख आरक्षित और 101.29 लाख अनारक्षित गैर-उपनगरीय यात्री शामिल थे। यह संख्या ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त आबादी से भी अधिक है। उसी दिन उपनगरीय यातायात रिकॉर्ड 180 लाख यात्रियों तक पहुंच गया। यह इस साल का सबसे बड़ा आंकड़ा है। रेलवे ने पिछले 36 दिनों में 4,521 विशेष ट्रेनों में 65 लाख यात्रियों को ले जाकर उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने का भी दावा किया है।
बोर्ड ने कहा कि इन अतिरिक्त सेवाओं से दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा समारोहों के दौरान सुगम यात्रा को सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हमने 1 अक्तूबर से 30 नवंबर तक त्योहारों के दौरान कुल 7,724 विशेष ट्रेनों की घोषणा की। यह पिछले साल की 4,429 ट्रेनों की तुलना में 73 प्रतिशत ज्यादा है।