राहुल गांधी ने तेलंगाना में अपने एक बयान में कहा है कि कांग्रेस सरकार 50 प्रतिशत आरक्षण की कृत्रिम बाधा को खत्म कर देगी। अब राहुल गांधी के इस बयान पर भाजपा का पलटवार सामने आया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि इसी वजह से लोग राहुल गांधी को गंभीरता से नहीं लेते हैं।
कैलाश विजयवर्गीय ने राहुल गांधी के बयान पर कहा कि ‘राजनीति और नौटंकी अलग-अलग चीजें हैं। नौटंकीबाज कभी भी राजनीति में सफल नहीं हो सकता। राजनीति एक गंभीर विषय है और राहुल गांधी में कभी भी गंभीरता नहीं दिख सकती। यही वजह है कि जनता उन्हें नेता के तौर पर स्वीकार नहीं कर पा रही है। हम आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन राहुल गांधी समाज को जाति के नाम पर बांटना चाहते हैं, वे जातीय जनगणना के नाम पर राजनीति कर रहे हैं।’ महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस नेता विजय वडेट्टिवार ने कहा कि ‘आज समाज का हर वर्ग अपने लिए लड़ रहा है। राहुल गांधी ने इसका उपाय दिया है और कहा है कि हर किसी को सरकार और प्रशासन में समान अधिकार मिलने चाहिए।’
कैलाश विजयवर्गीय ने मध्य प्रदेश में महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 35 फीसदी सरकारी आरक्षण देने के फैसले पर कहा कि ‘हमने हमेशा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम किया है। साल 2014 से ही हम इस दिशा में काम कर रहे हैं और हमने महिलाओं के लिए आरक्षण बढ़ाया, उन्हें सेना-पुलिस में नौकरी के ज्यादा मौके दिए। राजनीति में भी उनके लिए आरक्षण लाए। हमारे लिए महिलाएं सम्मानीय हैं, जबकि विपक्ष के लिए महिलाएं ‘माल’ हैं।’
गौरतलब है कि राहुल गांधी मंगलवार को तेलंगाना दौरे पर थे। वहां उन्होंने छह नवंबर से शुरू होने वाले जातीय सर्वेक्षण से पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक को संबोधित किया। अपने संबोधन में राहुल गांधी ने कहा कि जाति आधारित जनगणना, भेदभाव को खत्म करने की दिशा में पहला कदम है। मैं चाहता हूं कि न केवल तेलंगाना में जाति आधारित जनगणना हो, बल्कि यह पूरे देश के लिए एक मॉडल बन जाए। राहुल गांधी ने कहा था कि ‘देश में 50 प्रतिशत आरक्षण की कृत्रिम बाधा को खत्म किया जाएगा।’