रायपुर: छत्तीसगढ़ में राज्य की साय सरकार के लिए नाक का सवाल बन चुके रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी को पटखनी देने के लिए कांग्रेस ने नई रणनीति पर अमल शुरू कर दिया है। जीत का मूल मंत्र देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने बूथ मैनेजमेंट से जुड़ी जमीनी कार्यकर्ताओं को नई जिम्मेदारी सौंपी है। कांग्रेसी कार्यकर्ता अब बीजेपी को घेरने के लिए विधानसभा क्षेत्र के विकास के बजाय प्रदेश में कानून व्यवस्था के बिगड़ने का हवाला देते हुए, घर-घर दस्तक देंगे। नई रणनीति के तहत मतदाताओं को रिझाने के लिए सिंधी, ब्राह्मण, सिक्ख, जैन और मुस्लिम समुदाय के प्रमुखों को साथ में लेकर कैंपेन की जाएगी। बूथ स्तरीय एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए दीपक बैज ने कार्यकर्ताओं को विरोधियों की कई खामियों से अवगत कराया।
उन्होंने मुस्लिम मतदाताओं से शत-प्रतिशत मतदान कराने के लिए सभी समुचित उपायों को अमल में लाने के निर्देश दिए। मुस्लिम समुदाय के एक तरफ़ा मतदान से कांग्रेस की झोली जीतने योग्य वोट का आंकड़ा आसानी से पार कर सकती है। इसके साथ ही बीजेपी के वोट प्रभावित करने के लिए विभिन्न समुदायों के जातिगत समीकरण पर चर्चा करते हुए दीपक बैज ने जीत का मूलमंत्र दिया। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्यरत पार्टी प्रत्याशी आकाश शर्मा की जमकर तारीफ की।
उन्होंने बेहतर और जीतने योग्य उम्मीदवार करार देकर कांग्रेस प्रत्याशी की जीत का दावा भी किया। इस बैठक में शामिल पूर्व विधायक अरुण वोरा, पूर्व विधायक विकास उपाध्याय, विधायक विद्यावती सिदार, विधायक ममता चंद्राकर और महापौर हेमा सुदेश देशमुख ने भी अपने राजनीतिक ज्ञान और कला-कौशल का परिचय दिया। नई रणनीति को कारगर बताते हुए कांग्रेसी नेताओं ने पूर्व सांसद और बीजेपी के मौजूदा उम्मीदवार सुनील सोनी की जीत की राह को मुश्किल बताया।
हालांकि इस बैठक में कांग्रेस के कई ऐसे दिग्गज नदारद रहे, जिन पर मतदाताओं को प्रभावित करने की क्षमता बताई जाती है। सूत्र तस्दीक कर रहे है कि पार्टी उम्मीदवार को भूपे की ना-जायज पसंद करार देकर कई कांग्रेसी नेताओं ने खुद को चुनाव से अलग कर लिया है। ऐसे नेता चुनावी कार्य के बजाय खुद को रचत्माक कार्यों में व्यस्त बता रहे है।
उधर कांग्रेस के नए समीकरणों से वाकिफ बीजेपी डोर टू डोर कैंपेन में व्यस्त नजर आ रही है। वरिष्ठ बीजेपी नेता और सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस के नए समीकरणों को ख्याली पुलाव करार देते हुए पार्टी उम्मीदवार सुनील सोनी की जीत का दावा किया है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस के बाहरी उम्मीदवार का इतिहास जनता देख रही है। उनके मुताबिक कांग्रेस राज में इस उम्मीदवार का जिस तरह का प्रदर्शन रहा है, उससे कांग्रेस के नेता भली-भांति परिचित है, उन्होंने ऐसे ही कई कारणों से खुद को चुनाव से दूर कर लिया है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट उनके लिए विधानसभा क्षेत्र नहीं बल्कि कर्म-भूमि है।
यहाँ के गली-मोहल्लों के तमाम नेताओं के अलावा वार्ड वासियों के साथ उनका जीवंत संपर्क हमेशा बना रहा है। वे कई वोटरों के घर-परिवारों में घुले-मिले है, परिवार की सदस्यों की तरह परिजनों से उनका नाता सिर्फ चुनाव का नहीं बल्कि पीढ़ी दर पीढ़ी बना हुआ है। सांसद अग्रवाल ने सुनील सोनी को घर-घर मिल रहे समर्थन से ख़ुशी जाहिर करते हुए कांग्रेस के आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की पीड़ित जनता को पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कुकर्मों से मुक्ति मिली है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी रिकॉर्ड तोड़ मतों से इस सीट पर जीत दर्ज करेगी।
इधर बीजेपी और कांग्रेस प्रत्याशियों ने अपने प्रचार में दिन-रात एक कर दिया है। बीजेपी उम्मीदवार सुनील सोनी जहाँ घर-घर दस्तक दे रहे है, वही कांग्रेस उम्मीदवार आकाश शर्मा ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। जन-संपर्क अभियानों में दोनों ही प्रत्याशियों का लाव-लश्कर आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
बहरहाल, इस विधानसभा क्षेत्र में दीपावली के मौके पर राजनीति का रंग साफतौर पर झलक रहा है। जगह-जगह बैनर-पोस्टर और होर्डिंग्स नजर आ रहे है। वैसे तो इस सीट में दर्जनभर से ज्यादा प्रत्याशी चुनावी मैदान में है। लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही सिमटता जा रहा है। ऐसे में ऊंट किस करवट बैठेगा ? यह तो मतदान के बाद ही साफ़ होगा।