शिन नाम की एक चीनी महिला को थाईलैंड में गिरफ्तार किया गया है. उस पर 1.5 मिलियन युआन (लगभग 1.77 करोड़ रुपये) की धोखाधड़ी का आरोप है. रिपोर्ट के अनुसार, वह पिछले दो सालों से फरार थी और उसने अपने पीड़ितों को एयरलाइन नौकरी का वादा करके उनके पैसे ठगे. अधिकारियों का कहना है कि शिन की धोखाधड़ी गतिविधियां 2014 के आस-पास शुरू हुईं, और उसका सबसे एक्टिव टाइम 2016 से 2019 के बीच का था, इस दौरान उसने कम से कम छह लोगों को ठगा यह दावा करते हुए कि उसके पास प्रमुख एयरलाइनों के साथ कनेक्शन्स हैं.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (SCMP) के अनुसार, 30 साल की शिन ने खुद को एक अमीर फ्लाइट अटेंडेंट के रूप में प्रेजेंट किया और अपने पीड़ितों को लुभाने के लिए कई देशों की तस्वीरें शेयर कीं. उसने अपने ही चचेरे भाई को भी अपने जाल में फंसाया, जिसने उसे 52,000 युआन (लगभग 6.13 लाख रुपये) उधार दिए. उसने अपने भाई को यह कहते हुए पैसे लिए कि यह उसके एक दोस्त के लिए जापान में घड़ी खरीदने में मदद करेगा. शिन ने वादा किया था कि वह अपने भाई को पैसे वापस करेगी, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ, जिससे उसके रिश्तेदार को बड़ा फाइनेंशियल लॉस हुआ.
धोखाधड़ी से बचने के लिए शिन ने कथित तौर पर प्लास्टिक सर्जरी करवाई और अपने रूप को बदल लिया. SCMP की रिपोर्ट के अनुसार, उसने अपनी धोखाधड़ी से कमाए गए कुछ पैसे का उपयोग इन सर्जरी के लिए किया. बैंकॉक के स्थानीय निवासियों को शिन पर संदेह हुआ जब उन्होंने देखा कि वह अक्सर अपना चेहरा ढकती है और मास्क पहनती है, जिससे उन्हें शक हुआ कि वह शायद एक अवैध प्रवासी हो सकती है. इसी कारण उन्होंने थाई अधिकारियों को इसकी सूचना दी. थाई इमिग्रेशन पुलिस ने 7 अक्टूबर को शिन को गिरफ्तार किया, जब वह अपने अपार्टमेंट से एक फूड डिलीवरी ऑर्डर लेने बाहर निकली.
पूछताछ के दौरान वह कोई वास्तविक पहचान पत्र प्रस्तुत नहीं कर सकी और यह पाया गया कि वह अपने टूरिस्ट वीजा की अवधि को 650 दिन से अधिक समय तक पार कर चुकी थी, जब उसने 2022 के अंत में वीजा-ऑन-अराइवल पर थाईलैंड में प्रवेश किया था. अधिकारियों ने यह भी खोजा कि वह इंटरपोल की ब्लू नोटिस सूची में थी और चीनी पुलिस ने उसे धोखाधड़ी से संबंधित अपराधों के लिए इंटरनेशनल लेवल पर खोज रही थी.
उसकी गिरफ्तारी के बाद थाई अधिकारियों ने कहा कि शिन को पहले उसके वीजा उल्लंघनों के लिए दंडित किया जाएगा, फिर उसे चीन वापस भेजा जाएगा, जहां उसे अपनी धोखाधड़ी योजना के लिए कानून प्रवर्तन के समक्ष जवाबदेह ठहराया जाएगा.