चिप्स बनाने वाली कंपनी NVIDIA ने हिंदी भाषा के लिए एक नया AI मॉडल लॉन्च किया. यह मॉडल बहुत छोटा है और इसे आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है. NVIDIA यह उम्मीद कर रही है कि भारत में AI का इस्तेमाल बढ़ेगा और इस मॉडल से उन्हें फायदा होगा. NVIDIA के सीईओ जेन्सन हुआंग मुंबई में एक कॉन्फ्रेंस में रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी से भी मिले.
एनवीडिया ने एक नया छोटा AI मॉडल बनाया है, जिसका नाम नेमोट्रॉन-4-मिनी-हिंदी-4बी है. इस मॉडल में 4 अरब पैरामीटर हैं. अब कंपनियां इस मॉडल का इस्तेमाल करके अपने खुद के AI मॉडल बना सकती हैं. स्टेटमेंट में कहा गया, ‘इस मॉडल को असली हिंदी डेटा, बनावटी हिंदी डेटा और अंग्रेजी डेटा मिलाकर सिखाया गया था. इसे बेहतर बनाने के लिए इसे छोटा और साफ भी किया गया.’
IT कंपनी टेक महिंद्रा ने NVIDIA के नए AI मॉडल का इस्तेमाल करके एक नया AI मॉडल बनाया है, जिसका नाम इंडस 2.0 है. यह मॉडल हिंदी और भारत की बहुत सारी दूसरी भाषाओं को समझता है. भारत में 1.4 बिलियन लोग रहते हैं, लेकिन उनमें से सिर्फ 10% लोग अंग्रेजी बोलते हैं.
भारत में संविधान के हिसाब से 22 भाषाओं को मान्यता मिली है. भारत में बहुत सारी कंपनियां, बड़ी और छोटी, AI मॉडल बना रही हैं जो भारत की अलग-अलग भाषाओं को समझते हैं.
ChatGPT जैसे बड़े AI मॉडल बहुत सारे डेटा पर ट्रेन होते हैं, लेकिन छोटे AI मॉडल कम डेटा पर ट्रेन होते हैं और इसलिए ये ज्यादा सस्ते होते हैं. छोटे AI मॉडल उन कंपनियों के लिए अच्छे होते हैं जिनके पास ज्यादा पैसा नहीं है. दुनिया भर में चिप बनाने वाली कंपनियां भारत में अपना कारोबार बढ़ाने के लिए निवेश कर रही हैं. भारत सेमीकंडक्टर उद्योग को बढ़ाना चाहता है और ताइवान जैसी जगहों के साथ मुकाबला करना चाहता है. लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि इसमें कई साल लग सकते हैं.