आज कल नए स्मार्टफोन लेने का ट्रेंड बढ़ गया है. आजकल ज्यादातर लोग एक या दो साल फोन चलाते हैं और नया फोन खरीदते हैं. पुराने फोन को या तो वो दोस्त या परिवार में दे देते हैं या फिर मार्केट में सेल कर देते हैं. कुछ मामलों में तो सेल करते वक्त पता नहीं होता है कि सामने वाला करता क्या है और वो फोन से क्या-क्या कर सकता है. इससे बेचने वाले को जेल भी हो सकती है. आइए बताते हैं फोन को बेचते वक्त या फिर खरीदते वक्त क्या चीज करनी पड़ती है, जिससे आप बच सकते हैं…
हो सकती है जेल
मान लीजिए आपने अपना पुराना स्मार्टफोन किसी को बेच दिया और उस फोन का इस्तेमाल किसी गलत काम के लिए किया गया. हो सकता है उस फोन से किसी को धमकी भरे मैसेज भेजे गए हों या फिर उसका इस्तेमाल किसी बड़ी धोखाधड़ी में किया गया हो. ऐसे में पुलिस सीधे उस फोन के IMEI नंबर को ट्रैक करके आपके घर पहुंच जाएगी.
क्योंकि फोन अभी भी आपके नाम पर रजिस्टर्ड है, इसलिए पुलिस आपको ही इस अपराध का दोषी मान सकती है. यहां तक कि अगर आपने फोन बेच दिया है और आपके पास कोई कानूनी सबूत नहीं है जो यह साबित करे कि आपने फोन बेच दिया है, तो आप खुद को बेकसूर साबित नहीं कर पाएंगे. ऐसे में आपको जेल तक जाना पड़ सकता है.
लीगल प्रूफ जरूर बनवाएं
अपने स्मार्टफोन को बेचने से पहले एक स्टांप पेपर पर ‘सेल ऑफ एग्रीमेंट’ तैयार करना बहुत जरूरी है. इस डॉक्यूमेंट्स में आप और खरीददार दोनों की पूरी जानकारी, फोन का IMEI नंबर, मॉडल नंबर, बिक्री की तारीख और भुगतान का तरीका साफ-साफ लिखना चाहिए. यह दस्तावेज आपको किसी भी कानूनी समस्या से बचाएगा. अगर आपके पास लीगल प्रूफ है तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है. अगर आप कोर्ट-कचहरी का चक्कर नहीं काटना चाहते हैं तो सेलर बायर एग्रीमेंट जरूर बनवा लें.