Israel Hezbollah War: इजरायल ने मानो हिजबुल्लाह का खात्मा करने की ठान ली है. अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाओं की परवाह न करते हुए, इजरायली सेना ने लेबनान में हमले और तेज कर दिए हैं. सोमवार को इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने लेबनान में बड़े पैमाने पर एयर स्ट्राइक की. सोमवार लगभग पिछले 20 सालों के संघर्ष का सबसे खूनी दिन साबित हुआ. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, व्यापक बमबारी में कम से कम 492 लोग मारे गए हैं. 1,600 से अधिक घायल हुए हैं. इजरायल के मुताबिक, उसने हिजबुल्लाह के 1,300 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया.
हिजबुल्लाह ने भी उत्तरी इजरायल की तरफ 200 से ज्यादा रॉकेट दागे. तमाम रिपोर्ट्स के मुताबिक, लेबनान में अफरातफरी का आलम है. हजारों परिवार घर छोड़कर भाग गए हैं. इस बीच, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू मंगलवार को अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले हैं. वह 27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) को संबोधित करेंगे. इजरायल और हिजबुल्लाह की जंग के बीच, लेबनान में भारी तबाही से जुड़े प्रमुख अपडेट्स देखिए.
- लेबनान में इजरायल की एयर स्ट्राइक: इजरायली सेना ने एक बयान में कहा कि उसने हिजबुल्लाह के 1,300 ठिकानों पर हमला किया है. यह सैन्य अभियान 2006 के युद्ध के बाद से हिजबुल्लाह द्वारा बनाए गए बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के लिए चलाया गया. युद्ध शुरू होने के बाद से बेरूत में यह इजरायल का चौथा हमला है.
- लेबनान में तबाही का मंजर: लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजरायली हमलों में कम से कम 492 लोगों की मौत हुई है. मृतकों में 35 बच्चे और 58 महिलाएं शामिल हैं, जबकि 1,645 अन्य घायल हुए हैं. हालांकि, लेबनान ने यह नहीं बताया कि इनमें से कितने नागरिक या लड़ाके थे.
- हिजबुल्लाह कमांडर था इजरायल का निशाना: इजरायली मीडिया ने सुरक्षा सूत्रों के हवाले से बताया कि सोमवार शाम बेरूत में किए गए हवाई हमले का लक्ष्य हिजबुल्लाह के सीनियर कमांडर अली कराकी को निपटाना था. कराकी, हिजबुल्लाह के कथित ‘दक्षिणी फ्रंट’ का मुखिया है. वह दक्षिणी लेबनान में आतंकी समूह की गतिविधियां संभालता है. वह हिजबुल्लाह की टॉप मिलिट्री संस्था ‘जिहाद काउंसिल’ का सदस्य है. अभी यह पुष्टि नहीं की गई कि हमलों में कराकी मारा गया है या नहीं.
- हर तरफ ट्रैफिक जाम: स्वास्थ्य मंत्री फिरास अबियाद ने कहा कि हड़तालों के कारण हजारों परिवार भी विस्थापित हो गए हैं. दक्षिणी लेबनान और पूर्व में बेका घाटी से बड़े पैमाने पर लोगों को निकालने का काम जारी है. हजारों कारें पूरे देश में सड़कों पर फंसी हुई हैं. लोग तबाही से दूर, उत्तर-पश्चिम की ओर जाने की कोशिश कर रहे हैं.
- बम धमाकों से दहला लेबनान: इजरायल के हालिया हमले में मरने वालों की संख्या 2020 में बेरूत के बंदरगाह पर हुए विनाशकारी विस्फोट के मृतकों से अधिक है. उस वक्त एक गोदाम में रखे गए सैकड़ों टन ‘अमोनियम नाइट्रेट’ में विस्फोट हो गया, जिसमें कम से कम 218 लोग मारे गए और 6,000 से अधिक घायल हो गए थे.
- अमेरिका की यात्रा पर नेतन्याहू: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू मंगलवार को अमेरिका के न्यूयॉर्क के लिए रवाना होंगे. वह संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) को संबोधित करेंगे. इससे इतर, वह दुनियाभर के नेताओं से मुलाकात भी करने वाले हैं. हाल में बढ़े तनाव के बीच, नेतन्याहू की US यात्रा बेहद अहम मानी जा रही है.
- ‘दूसरा गाजा’ मत बनने दीजिए, UN की अपील: दुनियाभर की ताकतें इजरायल और हिजबुल्लाह से संयम बरतने की अपील कर रही हैं. हालांकि दोनों पक्ष पूर्ण युद्ध की ओर बढ़ते दिख रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र (UN) महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने बढ़ती स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि वह नहीं चाहते कि लेबनान ‘दूसरा गाजा बन जाए’. यूरोपीय यूनियन (EU) के विदेश मामलों के प्रमुख जोसेप बोरेल ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में विश्व नेताओं की बैठक से पहले कहा कि ‘यह तनाव बहुत खतरनाक और चिंताजनक है’. उन्होंने कहा कि ‘हम लगभग पूर्ण युद्ध में हैं.’
- इजरायल पर भड़का ईरान: ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने इजरायल पर पश्चिम एशिया में व्यापक युद्ध भड़काने का आरोप लगाया है. पेजेशकियान ने मीडिया से कहा कि ईरान नहीं चाहता कि गाजा में मौजूदा युद्ध और इजरायल-लेबनान सीमा पर हवाई हमले बढ़े. उन्होंने कहा कि भले ही इजराइल इस बात पर जोर देता है कि वह व्यापक युद्ध नहीं चाहता है, वह ऐसी कार्रवाई कर रहा है जो इसके विपरीत है.
- मिडल ईस्ट में US ने भेजे और सैनिक: सोमवार को अमेरिका ने कहा कि वह मध्य पूर्व में ‘थोड़ी संख्या में’ अतिरिक्त सैनिक भेज रहा है. पेंटागन के प्रवक्ता मेजर जनरल पैट राइडर ने कहा, ‘मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के मद्देनजर तथा अत्यधिक सावधानी के चलते, हम क्षेत्र में पहले से मौजूद अपने सैन्य बलों को बढ़ाने के लिए कुछ अतिरिक्त अमेरिकी सैन्यकर्मियों को वहां भेज रहे हैं.’
- अचानक क्यों बढ़ा तनाव: इजरायल और हमास के बीच गाजा में करीब साल भर से संघर्ष चल रहा है. हिजबुल्लाह इस लड़ाई में हमास के साथ है और उसका कहना है कि वह गाजा में सीजफायर होने तक नहीं रुकेगा. हिजबुल्लाह और हमास, दोनों ग्रुप को ईरान का समर्थन हासिल है. जबकि इजरायल, यूनाइटेड किंगडम समेत कई देशों ने इन्हें आतंकी संगठन घोषित कर रखा है.