हरियाणा कांग्रेस में टेंशन! कुमारी शैलजा हुईं नाराज, BJP ने बनाया बड़ा मुद्दा

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हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए जारी धुआंधार कैंपेन के बीच कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा नाराज हैं. वो टिकट बंटवारे में भूपेंद्र सिंह हुड्डा कैंप को ज्यादा तरजीह दिए जाने से नाराज हैं. यही वजह है कि कुमारी शैलजा करीब 1 हफ्ते से प्रचार में नहीं दिख रही हैं. कुमारी शैलजा ने आठ दिनों से कोई प्रेस रिलीज भी जारी नहीं किया है. हालांकि इस दौरान वो रोज अपने समर्थकों से मिल रही हैं. सूत्रों ने बताया कि बड़ी संख्या में उनके समर्थक उनके आवास पर लगातार आ रहे हैं.

प्रचार के बीच सिरसा से सांसद कुमारी शैलजा के नहीं दिखने से सवाल उठ रहे हैं. दरअसल, हरियाणा की 90 सीटों में से 89 सीटों पर कांग्रेस ने उम्मीदवार उतारे हैं. सूत्रों की मानें तो हुड्डा के कहने पर पार्टी ने 72 उम्मीदवारों को टिकट दिया है. वहीं कुमारी शैलजा का मात्र 9 सीटों पर दबदबा रहा. टिकट बंटवारे से पहले तक कुमारी शैलजा पार्टी के लिए लगातार रैलियां कर रही थीं और उन्होंने यात्राएं भी निकाली.

कुमारी शैलजा की नाराजगी को बीजेपी ने बड़ा मुद्दा बनाया है. पार्टी का कहना है कि कांग्रेस दलित का उत्थान नहीं चाहती है. 18 सितंबर को ही पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अनुराग ठाकुर ने कहा कि हुड्डा परिवार आज तक एक दलित बेटी कुमारी शैलजा का सम्मान नहीं कर पाया, तो बाकी प्रदेश भर के दलितों के लिए क्या ही करेंगे? इससे पहले मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने भी कुमारी शैलजा के अपमान का मुद्दा उठाते हुए उन्हें बीएसपी में शामिल होने का न्योता दिया था. ऐसा माना जाता है कि हरियाणा कांग्रेस में तीन गुट हैं. एक गुट भूपेंद्र सिंह हुड्डा, दूसरा गुट कुमारी सैलजा और तीसरा गुट रणदीप सुरजेवाला का. हालांकि कांग्रेस किसी भी गुटबाजी से इनकार कर रही है.

हाल ही में कुमारी शैलजा के खिलाफ अभद्र टिप्पणी के मामले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि शैलजा मेरी बहन है, अगर उनके विरुद्ध बोला तो बख्शा नहीं जाएगा. कोई कांग्रेसी ऐसा नहीं बोल सकता. बीजेपी के मैनुपिलेटेड लोग ही ऐसा कर रहे हैं. पार्टी में अगर किसी ने ऐसा किया तो उसकी कांग्रेस में कोई जगह नहीं. हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 5 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. यहां कांग्रेस का मुकाबला सत्तारूढ़ बीजेपी से है. इसके अलावा जेजेपी-एएसपी और आईएनएलडी-बीएसपी गठबंधन भी पूरे जोर-शोर से प्रचार में जुटा है.