दिल्ली | पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का शनिवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया | वह लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे | उन्होंने 12.07 बजे अंतिम सांस ली | वह 67 साल के थे. 9 अगस्त को सांस लेने में तकलीफ के बाद अरुण जेटली को एम्स में भर्ती कराया गया था | अनुभवी डॉक्टरों की टीम की देखरेख में उनका इलाज किया जा रहा था |
अरुण जेटली के निधन के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने अपना दौरा छोटा किया | वह हैदराबाद से जल्द वापस लौटेंगे | उन्होंने ट्वीट कर कहा, अरुण जेटली जी के निधन से अत्यंत दुखी हूं, जेटली जी का जाना मेरे लिये एक व्यक्तिगत क्षति है | उनके रूप में मैंने न सिर्फ संगठन का एक वरिष्ठ नेता खोया है बल्कि परिवार का एक ऐसा अभिन्न सदस्य भी खोया है, जिनका साथ और मार्गदर्शन मुझे वर्षो तक प्राप्त होता रहा | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरुण जेटली की पत्नी और बेटे से बात कर संवेदनाएं प्रकट कीं | दोनों ने ही प्रदाहनमंत्री मोदी से अपना विदेशी दौरा रद्द न करने को कहा | वही पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शोक जताया है । उन्होंने ट्वीट कर कहा, पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली जी के निधन का समाचार दुःखद है । मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं परिवारजनों को संबल प्रदान करने हेतु प्रार्थना करता हूँ । पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ट्वीट कर लिखा है पूर्व वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली जी केनिधन समाचार से हृदय को गहरा दुःख पहुँचा है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं शोक-संतप्त परिजनों को इस दुःख की घड़ी में धैर्य व संबल प्रदान करें।
नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में अरुण जेटली वित्त मंत्री रहे | इस दौरान उन्होंने रक्षा मंत्रालय का कार्यभार भी अस्थाई रूप से संभाला | यह अलग बात है कि जेटली अमृतसर से लोकसभा चुनाव हार गए थे, लेकिन उनकी योग्यता को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया | मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में उनकी छवि दूसरे नंबर के नेता के तौर पर थी | मोदी सरकार से पहले अरुण जेटली अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने | तब उन्हें उद्योग-वाणिज्य और कानून मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया था | लेकिन मोदी राज में कई बार मुश्किल में आई सरकार के लिए संकटमोचक बनकर सामने आए और सरकार को मुश्किलों से बाहर निकाला |
