किशोर साहू /
बालोद / यूं तो आमतौर पर ग्रामीण अपनी समस्याओं को लेकर ब्लॉक व जिला मुख्यालय के अधिकारियों के पास पहुँचते है | लेकिन बालोद जिला प्रशासन ने अनूठी पहल की शुरुआत की है | जिसमे अधिकारी अब खुद गांव पहुंचकर ग्रामीणों से रूबरू होकर उनकी समस्याएं सुन रहे है | इससे पहले गांव में ही जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया जाता था | जहां अधिकारी गांव में एक जगह पर शिविर लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुना करते थे | बालोद जिला प्रशासन ने 15 दिनों में एक ब्लॉक के 1 गांव भ्रमण करने का फैसला लिया | जिसके तहत जिले के कलेक्टर व तमाम जिला अधिकारी एक बस में सवार होकर एक गांव का भ्रमण करेंगे | जहाँ गांव की गलियों में घूमकर ग्रामीणों की समस्याएं देखी और सुनी जायेगी | इसी के तहत बालोद जिले की कलेक्टर रानू साहू व जिले के तमाम आला अधिकारी एक बस में सवार होकर वनांचल क्षेत्र ग्राम पंचायत बड़भुम पहुंचे | जहाँ ग्रामीणों से मिलकर उनकी समस्याएं देखी और सुनी गई | वही ग्रामीण भी तमाम आला अधिकारियों को अपने बीच पाकर बेहद उत्साहित नजर आए | यही नहीं उन्होंने कलेक्टर और उनके साथ पहुंचे अधिकारीयों को गांव का भ्रमण कराकर यहां की मूलभूत समस्याओं से अवगत कराया | इसके साथ ही इन समस्याओं का जल्द से जल्द निराकरण करने का निवेदन भी किया |

दरअसल जिले के दूरदराज गांव से ग्रामीणों को अपनी समस्या लेकर जिला मुख्यालय पहुंचने में बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है | जिसे देखते हुए जिले की कलेक्टर रानू साहू ने गांव भ्रमण करने का फैसला लिया है | अब जिले के अधिकारी गांव पहुंचकर ग्रामीणों की समस्याएं देख और सुन रहे | जिसमें जिला प्रशासन के साथ-साथ पुलिस विभाग के अधिकारी भी शामिल है |
गांव भ्रमण के दौरान कलेक्टर रानू साहू और उनके साथ पहुंचे अधिकारीयों ने गांव में स्थित स्वास्थ्य केंद्र और आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया | इसके अलावा ग्रामीणों के घर पहुंचकर सरकारी योजनाओं से मिलने वाले सुविधाओं का जायजा भी लिया | इसके बाद गांव में स्थित बालक और बालिका कन्या आश्रम का निरीक्षण कर बच्चों के साथ पौधा रोपण किया गया !

बरहाल जिला प्रशासन के गांव भ्रमण से ग्रामीणों को एक उम्मीद बंधी है कि उनकी समस्याएं सुनने के बाद अधिकारी उस पर ना सिर्फ अमल करेंगे बल्कि समस्याओं का समाधान भी करेंगे | अब यह देखने वाली बात होगी क्या अधिकारी ग्रामीणों की उम्मीदों पर खरा उतर पाते हैं या नहीं |
