रांची. Jharkhand Floor Test: झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान सोमवार को हेमंत सोरेन फ्लोर टेस्ट पास कर गए हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) विधायक दल के नेता हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली राज्य सरकार ने आज झारखंड विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है. झारखंड विधानसभा में हेमंत सरकार के विश्वास मत के प्रस्ताव के पक्ष में 45 वोट पड़े हैं. वहीं विपक्ष में शून्य वोट पड़ा है. वहीं फ्लोर टेस्ट के बाद झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित कर दी गयी है. बता दें, फ्लोर टेस्ट के बाद आज शाम में हेमंत सोरेन कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा.
झारखंड विधानसभा में विश्वास मत पेश करने के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि आज विश्वास प्रस्ताव लाया गया है. वहीं सदन में बीजेपी विधायकों के हंगामे पर कहा कि मुझे पुनः देखकर इनका आचरण दिख रहा है. इसकी मुझे चिंता नहीं है. इनके पास कोई सोच नहीं है. इनको जवाब देने के लिए हम काफी हैं. हेमंत सोरेन ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जनता ने इनको चेहरा दिखा दिया है. वहीं सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि चंपाई सोरेन ने निर्भीक होकर सरकार चलाई. नहीं तो बीजेपी के लोग तो ऑपरेशन लोटस चलाते हैं. अभी ये लोग ऐसी संस्थाओं के संपर्क में हैं.
वहीं इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष ने राजनीतिक दलों को समय आवंटित किया. इसके बाद CM हेमन्त सोरेन ने सदन में सदन में विश्वास मत प्रस्ताव रखा. विधानसभा अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष का नाम पुकारा. इस पर नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि पहले जेएमएम को बोलने दिया जाए. ताकि हम उसका काउंटर कर सके. वहीं विधानसभा अध्यक्ष ने सीपी सिंह के खड़ा होने पर आपत्ति जताई.
चंपाई सोरेन ने कहा कि झारखंड प्रदेश गरीब प्रदेश नहीं है. हर किसी ने प्रयास किया यहां की जनता के विकास का लेकिन ये नहीं हो सका. इसके लिए दोनों जिम्मेदार हैं. राजनीतिक लोकतंत्र में पार्टी का निर्णय और गठबंधन के निर्णय के साथ चलना पड़ता है. झारखंड प्रदेश केंद्रीय एजेंसी का प्रयोगशाला बन गया है. कानून रहते ऐसा क्यों हुआ ये विचारणीय विषय है. 5 साल के जनादेश में फिर एक बार आज विश्वास मत प्रस्ताव पेश किया गया है. हमारी मांग है कि सरना धर्म कोड मिले, आदिवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो.
वहीं झारखंड में हेमंत सोरेन के विश्वास मत प्रस्ताव पेश करने से पहले नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने हेमंत सोरेन को सदन में एक बार फिर आने पर बधाई दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि बेहतर होता की सरकार पूरी कैबिनेट के साथ सदन में बैठती. उन्होंने हेमंत सोरेन की ओर इशारा करते हुए कहा कि आपके विधायकों पर कंट्रोल नहीं है. मंत्री पद लालीपॉप की तरह है.
अमर बाउरी ने कहा बेरोजगारी भत्ता की बात कही थी, ये युवाओं को ठगने वाला है. उन्होंने सहायक पुलिस कर्मियों का मुद्दा भी उठाया. सहायक पुलिसकर्मी आज भी उसी मांग पर धरना पर बैठी है. ठग कर ही सरकार सत्ता में आई है. इस राज्य में 4 माह से लोगों को पेंशन नहीं मिला. उन्होंने PGT सहित परीक्षा के मामले को भी उठाया. अमर बाउरी ने कहा कि जो ब्लैक लिस्टेड है उस एजेंसी से परीक्षा लिया गया. इस राज्य में नौकरी को बेचने का काम हुआ.