25 साल से तीन जगह पर एक साथ कर रहा था सरकारी नौकरी ,FIR दर्ज कर आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस |

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बिहार | सरकारी नौकरी हासिल करना आज भी काफी लोगों का सपना है, क्योंकि सरकारी नौकरी में अच्छी सेलरी और मान-सम्मान दोनों ही एक साथ मिल जाता है । निजी क्षेत्रों में भी अच्छा पैसा मिलता है, लेकिन मानसिक तनाव भी काफी अधिक रहता है । इसीलिए लोग सरकारी नौकरी पाने के लिए पूरी कोशिश करते हैं । लोगो को काफी जद्दोजहद के बाद एक नौकरी बमुश्किल से मिल पाती है | लेकिन बिहार किशनगंज भवन निर्माण विभाग में कार्यरत सहायक अभियन्ता सह एसडीओ सुरेश राम एक विभाग में नहीं बल्कि तीन अलग-अलग जिलों में अलग-अलग सरकारी विभाग में कार्यरत है और लगभग 20 से 25 सालों से सरकारी नौकरी रहा है | 

जब इस मामले की जानकारी बिहार सरकार को हुई तो उपसचिव चंद्रशेखर प्रसाद सिंह ने FIR दर्ज करने का आदेश दिया है |  जिसके बाद किशनगंज थाना में “नटवरलाल” एसडीओ के खिलाफ भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता मधुसूदन कुमार कर्ण ने प्राथमिकी दर्ज कराई है |  इसके बाद से भवन निर्माण विभाग का सहायक अभियंता सह एसडीओ सुरेश राम फरार है |  पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है | 

दरअसल, वित्त विभाग में अभी बिहार में नया सीएफएमएस सिस्टम अडॉप्ट किया गया है ,जिसमें सरकारी कर्मचारियों की सैलरी और अन्य कार्यो के लिए आधार कार्ड, जन्मतिथि और अन्य जानकारी डाली जाती है |  वहां यह बात सामने आई क‍ि तीन विभाग में एक ही नाम, जन्मतिथि से एक ही व्यक्ति कार्यरत है | उसके बाद आरोपी सुरेश राम को भवन निर्माण विभाग में 22 जुलाई को उपसचिव के पास बुलाया गया |  22 जुलाई को वह शैक्षणिक कागज लेकर नहीं गया और सिर्फ आधार कार्ड, पैन कार्ड ले कर गया. उपसचिव द्वारा बोला गया कि सिंचाई विभाग में सभी कागज लेकर आइए लेकिन आरोपी सुरेश राम नहीं गया और उसके बाद से वह मोबाइल स्विच ऑफ कर फरार है | 

जांच में पता चला है कि भवन निर्माण विभाग पटना में इसने 1988 को आवेदन दिया था |  इसके बाद जलसंसाधन विभाग पटना, बिहार में 1989 में नियुक्त हुआ और उसके बाद फिर दोबारा जलसंसाधन विभाग पटना में नियुक्त हुआ |  इस तरह तीन विभागों में तीन बार नियुक्त हुआ |  इतना ही नहीं आरोपी ने पदोन्नति भी ली और सैलरी भी उठा रहा है |  इतने सालों तक इस घालमेल का पता नहीं लग सका और बड़े मजे से नटवरलाल सहायक अभियंता बना रहा | 

सुरेश राम वर्तमान में तीन जगह नियुक्त हैं जिसमें

भवन निर्माण विभाग (जिला किशनगंज) में कार्यरत है | इसके अलावा  जलसंसाधन विभाग पूर्वी तटबंध भीमनगर (जिला सुपौल) में एक ही नाम व एक ही जन्मतिथि के साथ कार्यरत है  और  जलसंसाधन विभाग में अवर प्रमंडल बेलहर (जिला बांका) में भी यह सहायक अभियन्ता के रूप कार्यरत है | 

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अपने तरह के एकलौते और अनोखे मामले में प्रथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है |  प्रथम दृष्टया मामला सही प्रतीत हो रहा, ज‍िसमें एक ही व्यक्ति एक साथ तीन विभागों में नौकरी कर रहा था |