दिल्ली: 54 साल के इस शख्स की कर्कश आवाज, सांस लेने में परेशानी, मुँह खोलते ही खांसी की शिकायत। इस मरीज का हाल देखकर डॉक्टरों को तंबाकू से होने वाली किसी आम बीमारी की चपेट में आने का अंदेशा था। डॉक्टरों ने उसकी जांच की, मरीज के मुताबिक उसने 1990 में जब सिगरेट पीना शुरू किया था, तब वह 20 वर्ष का था। सिगरेट की लत लगने के बाद आम चेन स्मोकर की तर्ज पर उसने भी खांसकर मुँह से बलगम निकलने की शिकायत की।
लेकिन एक घटना सुनकर डॉक्टरों के पैरों तले जमीन खिसक गई। इस मर्ज के अलावा मरीज ने यदाकदा मुँह से बाल बाहर निकालने की घटना भी डॉक्टरों को बताई थी। नतीजतन चिकित्सकों ने इस मरीज की श्वास नलिका में एक छोटा कैमरा लगाया। इससे गले की जांच शुरू करने का फैसला लिया। जांच रिपोर्ट में डॉक्टरों ने देखा कि इस मरीज के गले के भीतर भी कई काले – काले बाल उग रहे हैं।
डॉक्टरों ने उसके मुंह से साधारण प्रक्रिया के तहत बाल निकाल दिया। बालों के परिक्षण में बैक्टीरिया पाए जाने के बाद उसे एंटीबायोटिक्स मेडिसिन दी गई। हालांकि पीड़ित व्यक्ति को अस्थायी राहत मिली। लेकिन उसकी समस्या कभी खत्म नहीं हुई। अगले 14 वर्षों से उसे लगातार गले में बाल उग रहे है। डॉक्टरों ने ऐसे में उसे एन्डोट्रेकियल हेयर ग्रोथ, या गले में बाल उगना नामक एक अत्यंत दुर्लभ बीमारी से ग्रसित पाया है। अब उसका स्थाई उपचार किया जा रहा है।
न्यूज़ टुडे नेटवर्क से चर्चा करते हुए इस मरीज का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि वे निश्चित रूप से नहीं कह सकते, कि आखिर इसका मुख्य कारण क्या है ? लेकिन गले में इन बालों का विकास संभवतः उसके धूम्रपान की आदत के कारण हुआ है। अमेरिकन जर्नल ऑफ केस रिपोर्ट में इस शख्स की अजीबों गरीब बीमारी सुर्ख़ियों में है। इसे लेकर आलेख छापा गया है। एक मेडिकल कॉन्फ्रेंस में भारतीय डॉक्टर भी इस बीमारी से रूबरू हुए है।
दरअसल इस धरती पर रहने वाली आबादी 800 करोड़ से ज्यादा आंकी गई है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इनमें से 130 करोड़ से ज्यादा लोग तंबाकू या उससे बने दूसरी चीजों का सेवन करते हैं। ये आंकड़ा वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन का है। उसके मुताबिक ऐसे लोगों को तंबाकू सेवन की वजह से स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं से भी जूझना पड़ता है. कुछ लोग कैंसर से मर जाते हैं, तो कुछ लोग दूसरी बीमारियों का शिकार हो जाते हैं।
जानकारी के मुताबिक डॉक्टरों ने ऐसी दुर्लभ बीमारी का भी इलाज खोज निकाला है। ऑस्ट्रिया के एक डॉक्टर ने वर्ष 2010 से इस बीमारी पर शोध किया था। इस शोध में बताया गया था कि जब सिगरेट पीने की वजह से एक शख्स के गले में बाल उगने लगा था। इसकी वजह से उसे सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी थी। ऑस्ट्रिया के रहने वाले इस मरीज का इलाज स्थानीय डॉक्टर्स ने किया था। हालांकि वे भी हैरान रहे कि ये कैसे हो सकता है ? कॉन्फरेंस में शामिल ऑस्ट्रिया से आये डॉक्टरों ने इस शख्स के गले में बालों के उगने को लेकर बताया कि धूम्रपान से गले में सूजन हो सकती है। इसके कारण कोशिकाएं बालों को रोम में बदल सकती हैं।
ऐसे में जब-जब डॉक्टरों ने देखा तो उस आदमी के गले में छह से नौ दो इंच के बाल उगे हुए थे. कुछ बाल उसके वॉयस बॉक्स में भी धंसने लगे थे और वे ऊपर की ओर उसके मुंह में चले जाते थे। फ़िलहाल डॉक्टरों ने इस बीमारी का भी सफल इलाज खोज निकाला है। भारत में ऐसे सिगरेट के महाराजों की संख्या असंख्य है, फ़िलहाल ये बीमारी भारत में नहीं आई है। कई डॉक्टरों ने भारतीय चेन स्मोकरों को विदेशी सिगरेट से बचने की सलाह दी है। उनके मुताबिक विदेशी तंबाकू भारतीय तंबाकू से कही ज्यादा घातक है। वे मानते है कि इसमें कई घातक रसायन मिले होते है।