उपेंद्र डनसेना
रायगढ़। एक तरफ जहां जिला प्रशासन रायगढ़ जिले के सभी ब्लाकों सहित रायगढ़ ब्लाक को ओडीएफ घोषित कराने के लिए कवायद में जुटा हुआ है, तो वहीं जिला मुख्यालय से सटे ग्राम पंचायत में ही सरपंच सचिव की मिलीभगत से इस योजना को पलीता लगाया जा रहा है।
मामला संबलपुरी पंचायत का है। जहां के ग्रामीणों ने आज जिलाधीश से मिलकर उनके गांव में ओडीएफ घोटाले की पोल खोलते हुए सरपंच सचिव पर कडी कार्रवाई की मांग की है। जिलाधीश के नाम पर सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि ग्राम पंचायत संबलपुरी के सरपंच कमलेश गुप्ता और सचिव राजेश के द्वारा मिलीभगत करके उनके गांव के कई गरीब परिवारों को शौचालय निर्माण का झांसा देकर आवेदन मंगवाए गए। सरपंच के द्वारा दिखावे के लिए कुछ घरों में शौचालयों का निर्माण कराया गया है। लेकिन दर्जन भर से अधिक शौचालय या तो आधे अधूरे पड़े हैं या उनमें केवल खड खोदकर छोड दिया गया है। पंचायत के द्वारा भुगतान नही किए जाने के कारण हितग्राही परेशान हैं और उनके बच्चे इन खड्ढो में गिरकर आहत हो रहे हैं।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सरपंच सचिव के द्वारा मिलकर उनके शौचालय निर्माण की राशि का गबन करते हुए शासन स्तर पर राशि का आहरण करके राजस्व का नुकसान किया गया है और शौचालय निर्माण नही कराए जाने के कारण हितग्राही परेशान हो रहे हैं। ग्रामीणों ने जिलाधीश से मांग की है कि उनके ग्राम पंचायत में शौचालय निर्माण की जांच कराकर संबंधित जनप्रतिनिधी और सरकारी सेवक पर कडी कार्रवाई की जाए तथा पात्र हितग्राहियों को शौचालय निर्माण के लिए राशि का भुगतान कराया जाए।