जयपुर : Fraud in Rajasthan: राजस्थान की राजधानी जयपुर में ज्वेलर पिता-पुत्र ने एक विदेशी महिला को अपना शिकार बना लिया। पिता-पुत्र ने अमेरिकी महिला को 300 रुपए का आर्टिफिशियल ज्वेलरी 6 करोड़ रुपए में बेच दिया। पुलिस के मुताबिक, अमेरिकी नागरिक चेरिश ने करीब दो साल पहले शहर के गोपालजी का रास्ता स्थित एक दुकान से खरीदी गई ज्वेलरी पर 6 करोड़ रुपये खर्च किए थे। खरीदारी के वक्त विक्रेता ने महिला को हॉलमार्क सर्टिफिकेट भी दिया था, जिससे आभूषण की शुद्धता का पता चलता था।
चेरिश, अमेरिका वापस गईं और एक प्रदर्शनी में ज्वेलरी को प्रदर्शित किया, जहां उन्हें पता चला कि यह नकली है। इसके बाद वह जयपुर लौटीं और ज्वैलर की दुकान रामा रेडियम पर गईं और दुकान के मालिक गौरव सोनी से नकली आभूषणों की शिकायत की। उन्होंने आभूषणों की शुद्धता की जांच के लिए अन्य दुकानों पर भी भेजा, जहां जांच के बाद इसकी पुष्टि हुई। इसके बाद चेरिश ने अमेरिकी दूतावास को इस घटना की जानकारी दी।
पिता-पुत्र के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया केस
18 मई को ज्वेलर राजेंद्र सोनी और उनके बेटे गौरव सोनी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई। मामले के बारे में मीडिया से बात करते हुए जयपुर पुलिस के डीसीपी बजरंग सिंह शेखावत ने कहा, “पुलिस ने आभूषणों को जांच के लिए भेजा था, इसमें पता चला कि गहने में लगे हीरे चंद्रमणि थे।
आभूषणों में सोने की मात्रा 14 कैरेट होनी चाहिए थी, लेकिन वह भी दो कैरेट थी। आरोपी ज्वैलर्स ने भी शिकायत दर्ज कराई थी कि महिला उनकी दुकान से आभूषण लेकर भाग गई हैं लेकिन जब हमने सीसीटीवी फुटेज की जांच की, तो यह बात झूठ निकली।”
पिता-पुत्र के खिलाफ और भी शिकायतें दर्ज…
डीसीपी ने बताया कि मामले में आरोपी ज्वैलर्स फरार हैं, लेकिन हमने नकली हॉलमार्क सर्टिफिकेट जारी करने वाले नंदकिशोर को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी गौरव सोनी के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया है। अमेरिका की इस महिला की शिकायत के बाद पुलिस को कई अन्य शिकायतें भी मिलीं, जिनमें गौरव सोनी और राजेंद्र सोनी पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है, जिनकी जांच चल रही है।
पीड़िता चेरिश ने कहा, “गौरव सोनी और उनके पिता (राम एक्सपोर्ट्स के मालिक) मेरे साथ चीटिंग किए। उन्होंने मुझे 14 कैरेट के बजाय नौ कैरेट और सोने की प्लेट भेजा। मुझे असली हीरे के बजाय पूरी तरह से मूनस्टोन दिया। करीब 10 अन्य डिजाइनर्स उनकी धोखाधड़ी से प्रभावित हैं। उन्होंने नकली प्रमाण पत्र भी दिया, कुछ भी असली नहीं है।”