सावधान अगर किसी अधिकारी के नाम पर फेसबुक में फ्रेंड रिक्वेस्ट आए तो हो जाए सतर्क ,लगा सकते है आपको चुना | ठगी का हाईटेक प्रयास नाकाम |

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बिलासपुर  |  हाईटेक हो चुके वर्तमान समय में ठग गिरोह भी अब हाईटेक पैंतरे इस्तेमाल करने लगे हैं । जहाँ आपको किसी उच्च अधिकारी या राजनेता के नाम पर फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर फ्रेंड रिक्वेस्ट के बहाने लंबा चुना लगा सकते है । अगर आपके पास भी ऐसा कुछ फ्रेंड रिक्वेस्ट आता है तब सोच समझकर फैसला लें । जी हाँ आपने सही सुना | इन दिनों हाईटेक ठग काफी सक्रिय हैं । जो उच्च अधिकारी तथा राजनेता के नाम पर फर्जी फेसबुक आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर तथा अपने झांसे में लेकर आपका एटीएम कार्ड की फोटो मांगकर आपको अच्छा खासा चुना लगा सकते है । जब तक आपको अपने ठगे जाने का अहसास होगा तब ठग हाईटेक पैंतरा के जरिये आपके खाते से मोटी रकम पार कर चुका होगा ।


जानकारी के मुताबिक ऐसा मामला बिलासपुर तथा मुंगेली जिले में सामने आए है | हालांकि ये शातिर ठग इस बार अपने इस कारनामे में कामयाब नहीं हो पाए | बताया जा रहा है कि लोगों को ठगने के लिए ठग द्वारा बिलासपुर कलेक्टर संजय अलंग के नाम का इस्तेमाल किया गया है । बतादें कि बिलासपुर कलेक्टर के नाम पर फर्जी फेसबुक अकाउंट से मुंगेली महिला एवं बाल विकास अधिकारी विभा मसीह को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा गया | इसके बाद विभा ने फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लिया  | जिसके बाद दोनों के बीच चैट शुरू हो गया | यह सिलसिला कुछ दिनों तक जारी रहा | लेकिन इसके बाद आरोपी ठग ने एटीएम की जानकारी मांगते हुए एटीएम की फोटो भेजने की डिमांड रखता है । लेकिन महिला अधिकारी मौक़ा रहते ठगी के मंसूबे को समझ जाती है । और आरोपी अपने कारनामे में कामयाब नहीं हो पाता है | लेकिन उनके साथ हुए इस ठगी के प्रयास के बाद प्रशासनिक गलियारे में हलचल मची हुई है ।


बताया जाता है कि ठग द्वारा मुंगेली के साथ बिलासपुर जिले में भी अपना जाल बिछा  रखा है और अनेकों लोगों के पास कलेक्टर संजय अलंग के कथित अकाउंट से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा है । तथा जिन्होंने उसे कलेक्टर समझकर उसके फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार कर लिया मैसेंजर में उनसे बात करते हुए 20-20 हजार रूपए की मांग भी की जिसे जल्द लौटाने का वादा भी उनसे किया है  । यही नहीं आरोपी ने सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया का अपना बैंक अकाउंट भी लोगों को मैसेंजर के जरिये भेजा ।कलेक्टर द्वारा उधार में बीस हजार मांगे जाने की बात लोगों के गले नही उतरी और जांच पड़ताल उपरांत मामले की शिकायत पुलिस में की गई है ।

मामले में पुलिस ने तत्काल कार्यवाही करते हुए उक्त फर्जी आईडी को ब्लॉक कर दिया है | साथ ही  सिविल लाईन में मामला दर्ज कर ठग की तलाश में जुट गई है | आखिर ऐसा कौन ठग है ,जिसने ठगी के लिए कलेक्टर के नाम का बेखौफ होकर इस्तेमाल किया हैं । अज्ञात ठग का भांडा तो मुंगेली व बिलासपुर जिला में फूट चुका है । लेकिन अब वह अपने ठगी का पैंतरा अन्य जिले में भी अजमा सकता है । इसलिए सभी सावधान रहें तथा इस तरह का कोई भी फ्रेंड रिक्वेस्ट आने पर अक्ल से फैसला लें ना कि ठगी का शिकार बन बैठें ।