EXIT POLL: आज मतदान ख़त्म होने के आधे घंटे बाद एग्जिट पोल, भाजपा की सरकार बनेगी या जाएगी, सत्ता में आएगा इंडिया गठबंधन ? चुनावी गणित की बयार अब से कुछ देर बाद…… 

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दिल्ली / रायपुर/ भोपाल / जयपुर: लोकसभा चुनाव के लिए 7 चरणों की वोटिंग आज शनिवार (1 जून 2024) की शाम 6 बजे तक पूरी हो जाएगी। वोटिंग खत्म होने के आधे घंटे बाद ही एग्जिट पोल सामने आने लगेंगे। लोगो को दिल्ली के सिहासन में बैठने वाले जनता के शहंशाह का इंतज़ार है। पीएम मोदी के नेतृत्व में NDA ने लगातार तीसरी बार सत्ता में आने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया है। वही दूसरी ओर ‘INDIA’ गठबंधन ने बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए पूरी दमखम से चुनावी ताकत झोंकी थी। अब बारी परिणाम की है, 4 जून को ऊंठ किस करवट बैठेगा, इसका आभास हो जायेगा। हालांकि आज शाम मतदान ख़त्म होने के आधा घंटे बाद ही एग्जिट पोल की झड़ी लगने वाली है। तमाम न्यूज़ चेंनल और वेब मीडिया में चुनावी सर्वेक्षण के बाद राजनैतिक दलों के शय और मात के खेल को लेकर अच्छी खासी माथा – पच्ची शुरू होने वाली है।   

लोकसभा चुनाव की रन भेरी तो महीनों पहले बच चुकी थी। हालांकि चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान 16 मार्च को किया था। पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को वोटिंग हुई थी. इस चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर मतदान हुआ. दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल को 13 राज्यों की 88 सीटों पर मतदान हुआ. मध्य प्रदेश के बैतूल में चुनाव की तारीख बदलकर 7 मई कर दी गई थी। दरअसल 7 मई को 12 राज्यों की 93 सीटों पर वोटिंग हुई थी। इसी दौर में गुजरात के सूरत में बीजेपी प्रत्याशी को निर्विरोध चुन लिया गया था। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी सीट पर मतदान तीसरे चरण के बजाय 25 मई को मतदान हुआ था। चौथे चरण के लिए 13 मई को 10 राज्यों की 96 सीटों पर, पांचवें चरण में 20 मई को 8 राज्यों की 49 सीटों, छठे चरण में 25 मई को 7 राज्यों की 58 सीटों और 7वें चरण में आज 1 जून को 8 राज्यों की 57 सीटों पर मतदान जारी है। 

जनता को इंतजार है, 4 जून का, जब चुनाव आयोग मतगणना के बाद नतीजों का ऐलान करेगा। राजनेताओं के मन में ऊहापोह चल रही है कि आखिर उनकी सरकार बनेगी या नहीं ? राजनैतिक पंडित आंकलन कर रहे है कि क्या भाजपा लगातार तीसरी बार सरकार बना पाएगी या फिर इस बार इंडिया गठबंधन बाजी मारेगा। फ़िलहाल लोगो को एग्जिट पोल्स का इंतजार है, क्योंकि एग्जिट पोल्स मतदाताओं और चौथे स्तम्भ को राजनैतिक दलों और सरकार के इरादों एवं बहस को एक नई दिशा देते हैं। कई मौकों पर इनके अनुमान सटीक बैठते हैं तो कई बार विपरीत परिणाम भी देखने को मिले है। एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल में महज थोड़ा अंतर होता है। ओपिनियन पोल्स मतदान से पहले कराए जाते हैं और लोगों की राय जानी जाती है। जबकि एग्जिट पोल मतदान के बाद, यह वोटर्स के चुनावी रुझान को जानने की कोशिश भर होती है।

मतदान कर चुके वोटरों से उनके पसंदीदा प्रत्याशियों या पार्टियों के बारे में जानकारी जुटाना ही एग्जिट पोल्स कहलाता है। इससे देश के सियासी मिजाज को समझने में आसानी होती है। चुनाव नतीजों से पहले बाजार में एग्जिट पोल्स की चर्चा खूब होती है, सर्वेक्षण अनुमान का बाजार पर अच्छा बुरा असर पड़ता है। वोटर ही सटीक रूप से यह बता सकते हैं कि देश में किसकी सरकार बन रही है। बस उन्हें निष्पक्ष चर्चा के लिए राजी करना भर होता है। वैसे सरकार कभी कोई चुनावी एग्जिट पोल्स नहीं कराती है। इसमें केवल प्राइवेट एजेंसियां ही कार्य करती हैं। 

भारत में पहली बार 1957 में एग्जिट पोल्स तब आए थे, जब इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक ओपिनियन ने देश में दूसरी लोकसभा चुनावों को लेकर सर्वे किया था। उस वक्त जवाहरलाल नेहरू की सरकार थी। पहला बड़ा मीडिया सर्वे 1980 के दशक में हुआ था। 1996 में सरकारी टीवी चैनल दूरदर्शन ने सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसायटीज (CSDS) को भारत में एग्जिट पोल्स कराने की सिफारिश की थी। चुनावों में ऐसे ओपिनियन सर्वे किए जाते हैं, जिसमें पत्रकार, सर्वेयर, निजी टीवी और वेब चैनल्स भी शामिल रहते हैं। नियमों के तहत मीडिया को एग्जिट पोल के लिए समय सीमा का ध्यान रखना होता है। लोकसभा चुनाव के आखिरी बूथ पर वोटिंग जब खत्म होने के 30 मिनट बाद से ही एग्जिट पोल्स जारी किए जा सकते हैं।  

जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 126A के अनुसार, चुनाव के दौरान कोई व्यक्ति किसी तरह का एग्जिट पोल न तो करा सकता है और न ही उसे प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या दूसरे माध्यमों के जरिये प्रकाशित कर सकता है। इस अवधि के दौरान किसी एग्जिट पोल के बारे में चुनाव आयोग संज्ञान लेगा। वोटिंग खत्म होने के 30 मिनट के बाद ही एग्जिट पोल्स आ सकते हैं। यानी आज 1 जून को शाम 6 बजे तक वोटिंग होनी है, उसके बाद 6:30 बजे ही एग्जिट पोल्स के अनुमान आने शुरू हो जाएंगे। जन प्रतिनिधित्व कानून, 1951 के सेक्शन 126A का अगर कोई व्यक्ति उल्लंघन करता है तो उसे 2 साल तक की जेल की सजा या जुर्माना या दोनों दंड हो सकते हैं। 44 दिन तक चले इस बार लोकसभा चुनाव के नतीजों की गणना 4 जून को होनी है।