
बीजापुर | नक्सल इलाकों में राज्य सरकार की पुनर्वास नीति से प्रेरित होकर बड़ी संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्य धारा में जुड़ने लगे हैं । इसी के तहत 11 लाख के दो इनामी नक्सली समेत 4 नक्सलियों ने SP दिव्यांग पटेल और CRPF डीआईजी कोमल सिंह के सामने आत्मसमर्पण किया है । आत्मसमर्पित माओवादियों में एक सेक्शन कमांडर और एक सेक्शन डिप्टी कमांडर भी शामिल है । बता दे कि आत्मसमर्पण करने वालों में 1 महिला नक्सली भी शामिल है । ये सभी नक्सली कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं ।
नक्सलियों ने कहा, अब वह भी समाज की मुख्यधारा से जुड़ना चाहते हैं । आजादी की जिंदगी जीने और अपने गांव में मूलभूत सुविधाओं के टोटे और सरकार की योजनाओं का उन तक नहीं पहुंच पाने के कारण उन्होंने हथियार उठा लिया था । नक्सली बनने वाले लोग इस बात से नाराज थे कि आजादी के इतने सालों बाद भी उनके गांव में ना तो केंद्र सरकार पहुंच पाई और ना ही राज्य की योजनाओं का कोई लाभ उन तक पंहुचा । उनके जज्बातों को नक्सलियों ने और भड़काया और उन्होंने बंदूक उठा ली । लेकिन पूर्व में आत्म समर्पण कर चुके नक्सलियों को देखकर अब उनकी सोच बदल गई है और अब वह भी जुड़ना चाहते हैं मुख्यधारा से ।