सौम्या के जमीन पर आते ही तड़प उठे भूपे, रानू, सूर्यकान्त, सुनील अग्रवाल समेत ईडी के तमाम आरोपियों का हाल बेहाल, ट्रैनी जेलर सस्पेंड

0
92

रायपुर: दिल तड़प तड़प कर कह उठा, अभी करता हूं अभी तुम्हारी कसम। सेंट्रल जेल के महिला वार्ड में एक प्रभावशील महिला बंदी के हाथों में चमचमाते मोबाइल को लेकर आप भी चौंक उठेंगे । जेल में मोबाइल ? मोबाइल का मॉडल नही बल्कि उसके जरिए भूपे को लगाया गया कॉल बड़ा महत्वपूर्ण है । मंगलवार की शाम इस महिला बंदी ने भूपे को फोन कर जमकर फटकार लगाई और पूछा कि तुम्हारी अब चल नही रही है क्या ? सीएम को फोन करो , उसे बताओ मेरी सुविधा जारी रखें , मुझे प्रायवेसी चाहिए ? यहाँ 2 कंबल और 2 चादर देकर जमीन पर सुलवा दिया गया है । सुप्रीटेंडेंट सुन भी सुन नही रहा है , कहता है कि जेल मैन्युअल फॉलो कराने के सख्त निर्देश दिए गए हैँ । मैडम मुझे माफ़ करो । अब बताओ मै क्या करूँ ? तुम बाहर यहाँ वहाँ ऐश कर रहे हो और मै यहाँ ——– ।

इतना सुनाते ही रिसीवर से सामने वाले का जो स्वर सामने आया वह चौंकाने वाला बताया जाता है । अगले ने कहा मै अभी सीएम से बात करता हूं , इसके बाद फोन डिसकनेक्ट । बताते हैं कि इस घटना के बाद से जेल प्रहरियों ने करप्शन क्वीन ‘ को जमीन पर ला दिया है । सूत्र बताते हैं कि इस घटना के ठीक आधे घंटे बाद एक कॉंग्रेसी नेता के कक्ष से भूपे ने प्रदेश के मुखिया को फोन मिलाया है । फिर अपना दुखड़ा रोने में भूपे ने कोई कसर बाकी नही छोड़ी है । बताते हैं कि प्रिय महिला बंदियों का हाल बेहाल सुनकर भूपे की आँखों से आंसू तक छलक पड़े थे।

यह वाक्या उस समय का बताया जा रहा है , जब राजनैतिक गलियारों में चावल घोटाले की जांच लैए विधानसभा में विधायकों की कमेटी गठित किए जाने को लेकर बवाल मचा था , वहीं दूसरी ओर भूपे बेफिक्री के साथ अपने दिल का दर्द ए बयाँ कर रहे थे , वह भी एक प्रभावशील बीजेपी नेता के सामने, गिड़गिड़ाते हुए, मिमयाते हुए। सूत्रों ने दावा किया कि रायपुर सेंट्रल जेल में मंगलवार शाम से जेल मैन्युअल का पालन पूरे सख्त रूप से कराने के निर्देश दिए गए हैं । कोताही बरतने पर फ़ौरन कड़ी कार्रवाई का फरमान है । इसके तहत गेट पर कौआं मार कर लटका भी दिया गया है।

सूत्रों के मुताबिक अनुशासनहीनता के चलते एक ट्रैनी जेलर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है । इस घटना से जेल विभाग में हड़कंप मच गया है। खासतौर पर वीआईपी सुविधाओं से लेस प्रभावशील बंदियों का जीना मुहाल हो गया है। अभी तक कांग्रेस सरकार के दामाद कहे जाने वाले ईडी के आरोपी पहले ही दिन से त्राहिमाम त्राहिमाम करने लगे हैँ। बताते हैं कि वीआईपी सुविधा छीनने का पहला दिन उन पर इतना भारी पड़ा है कि आने वाले दिन कैसे होंगे , यह सोच कर नींद उड़ गई।

छत्तीसगढ़ में कोल खनन और शराब घोटाले के आरोपियों को जेल में मुहैया हो रही वीआईपी सुविधा सर्विस पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है । इसके साथ घोटालेबाज़ों को अब आम बंदियों से लबालब बैरकों में दाखिल करा दिया गया है ।अब वे भी नियमानुसार जमीन पर अपना वक्त काटेंगे । उन्हे भी अब आम बंदियों की तर्ज पर जेल मैन्युअल का पालन करना होगा।

रायपुर सेंट्रल जेल के महिला वार्ड में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप-सचिव सौम्या चौरसिया और आइएएस रानू साहू हवालात की सैर पर हैँ । जबकि पुरुष वार्ड में ईडी का मुख्य आरोपी सूर्यकान्त तिवारी , कोल कारोबारी सुनील अग्रवाल , आईएएस समीर बिश्नोई और आबकारी विभाग के तत्कालीन सचिव अरुणपति त्रिपाठी उर्फ़ दारुवाला भी अपना वक्त गुजार रहे हैं।

बताते हैं कि इन्हे भी मुहैया हो रही सुख सुविधाएँ अब छीन ली गई है । फिलहाल अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही सौम्या चौरसिया की वीआईपी सुविधाएँ पुनः बहाल होगी या नहीं ? इस ओर जनता की निगाहें लगी हुई हैं । यही नही आरोपियों को लेकर भूपे’ कॉल’ सुर्खियों में है।