
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 और 28 दिसंबर को दिल्ली में होने वाले मुख्य सचिवों के पांचवें राष्ट्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। यह सम्मेलन केंद्र और राज्य सरकारों के बीच सतत संवाद को प्रोत्साहित करने और राष्ट्रीय विकास प्राथमिकताओं को गति देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि यह सम्मेलन पीएम मोदी के सहकारी संघवाद के दृष्टिकोण को साकार करने वाला एक मंच है, जहां केंद्र और राज्य मिलकर मानव पूंजी को सशक्त बनाने और समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए रणनीतियाँ विकसित करेंगे।

तीन दिवसीय इस सम्मेलन (26-28 दिसंबर) में साझा विकास एजेंडा तैयार करने के लिए गहन विचार-विमर्श होगा। सम्मेलन का मुख्य विषय ‘विकसित भारत के लिए मानव पूंजी’ है, जिसमें शिक्षा, कौशल विकास, उच्च शिक्षा, खेल और पाठ्येतर गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा, ‘आत्मनिर्भर भारत’, ‘स्वदेशी’, ‘पोस्ट-एलडब्ल्यूई भविष्य’ और आयुष स्वास्थ्य सेवाओं के डिजिटलकरण जैसे विषयों पर छह विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे। मुख्य सचिवों का यह राष्ट्रीय सम्मेलन पिछले चार वर्षों से प्रतिवर्ष आयोजित हो रहा है। इसका पहला संस्करण जून 2022 में धर्मशाला में हुआ था, जबकि जनवरी 2023, दिसंबर 2023 और दिसंबर 2024 में नई दिल्ली में सम्मेलन आयोजित किए गए। इस वर्ष सम्मेलन में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिव, वरिष्ठ अधिकारी और क्षेत्र विशेषज्ञ शामिल होंगे।





