रायपुर | स्वतंत्रता दिवस के मौके राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों को एक साथ कई बड़ी सौगातें दे दी है ।अब छत्तीसगढ़ में 27 नहीं, बल्कि 28 जिले हों । राज्य सरकार ने आज बिलासपुर से अलग पेंड्रा- मरवाही-गौरेला जिला बनाने का ऐलान किया है । पेंड्रा-गौरेला को लंबे समय से जिला बनाने की मांग चल रही थी । लोगों की जिला मुख्यालय से दूरी और जरूरतों को समझते हुए इस बात का ऐलान किया है । मुख्यमंत्री ने लोगों की समस्याओं पर संवेदनशीलता दिखता हुए पेंड्रा-गौरेला को नया जिला बनाने का ऐलान किया है । वहीं 25 नये तहसील को बनाने की भी घोषणा मुख्यमंत्री ने आज 15 अगस्त के मौके पर किया ।
OBC वर्ग और अनुसूचित जाति वर्ग का आरक्षण बढ़ाया
राज्य सरकार ने अनुसूचित जाति के लोगों के आरक्षण को बढ़ाने का ऐलान किया है । प्रदेश में अब 72 प्रतिशत आरक्षण हो गया है । अब प्रदेश में अनुसूचित जनजाति को पहले ही तरह 32 प्रतिशत आरक्षण दिया जायेगा, जबकि, अनुसूचित जाति को 13 प्रतिशत और ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने का ऐलान किया गया है । मुख्यमंत्री ने राजधानी में झंडोत्तोलन के मुख्य कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इस बात का ऐलान किया है कि अब राज्य में अनुसूचित जाति के लोगों को अब 12 प्रतिशत से बढ़ाकर 13 प्रतिशत करने का ऐलान किया गया है । वहीं ओबीसी वर्ग का आरक्षण 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 27 प्रतिशत करने का ऐलान किया है ।
बता दें कि अनुसूचित जाति का आरक्षण को 16 प्रतिशत से घटाकर भाजपा सरकार ने 12 प्रतिशत कर दिया था, जिसके बाद अनुसूचित जाति के लोगों ने काफी नाराजगी जतायी थी । हालांकि भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने इस बात को आश्वस्त किया था कि जनसंख्या के आधार पर प्रदेश में आरक्षण की व्यवस्था की जायेगी । पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने मिनी माता के स्मृति दिवस पर भी आरक्षण बढ़ाने का संकेत दिया था । पिछले दिनों कैबिनेट की बैठक में इसकी हरी झंडी मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने इस बात आज ऐलान किया । वहीं ओबीसी वर्ग के लोगों को भी आरक्षण का बड़ा तोहफा मुख्यमंत्री ने दिया है । ओबीसी वर्ग ने पहले ही इस बात की मांग की थी अन्य प्रदेशों की तरफ प्रदेश में भी 27 प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिया जायेगा ।
उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ में हाथियों की आवा-जाही से कई बार जान-माल की हानि होती है । इसकी एक बड़ी वजह है, हाथियों को उनकी पसंदीदा जगह पर रहने की सुविधा नहीं मिल पाना भी है । इस दिशा में भी हमने गंभीरता से विचार किया है और आज मैं “लेमरू एलीफेंट रिजर्व” की घोषणा करता हूं । यह दुनिया में अपनी तरह का पहला “एलीफेंट रिजर्व ” होगा, जहां हाथियों का स्थाई ठिकाना बन जाने से उनकी अन्य स्थानों पर आवा-जाही तथा इससे होने वाले नुकसान पर भी अंकुश लगेगा और जैव विविधता तथा वन्य प्राणी की दिशा में प्रदेश का योगदान दर्ज होगा |
