सरकार नियोजित भ्रष्टाचार के जाल में फंसे नौजवान अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सडको पर निकलना तक मुश्किल कर रहे है। अभी तक मुख्यमंत्री आम जनता की तिजोरी पर हाथ साफ़ कर ऐश करने के मामलों में प्रदेश में उपकृत होने वाले शख्स के रूप में कुख्यात हो रहे है। उनका कुनबा भी प्रदेश के नौजवानो के उज्जवल भविष्य और विकास की राह में रोड़ा बनने लगे है। लिहाजा जैसी करनी वैसी भरनी का संकल्प लेकर नौजवान सड़को पर है,उन्होंने ऐसे मुख्यमंत्री को सबक सिखाने की ठान ली है,जिसने बच्चो से लेकर बड़े-बूढ़े तक के सपनो में पानी फेर दिया है।
जनता ऐसे सीएम को अब दुत्कारने में पीछे नहीं है,उसे काले झंडे दिखाकर, भ्रष्टाचार के खिलाफ कदम उठाने के लिए विवश किया जा रहा है। पुलिस ऐसे नौजवानो को काबू करने में जुटी है। रायपुर की इस घटना का वायरल वीडियो बताता है कि बघेल सिर्फ आसमान से ही सकुशल आवाजाही कर सकते है,सड़को पर उनका सफर अब जोखिम भरा हो गया है। पुलिस महकमा भी मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर पसोपेश में है।
रायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का सडको पर निकलना मुश्किल हो गया है,उनकी सुरक्षा को मापदंडो के अनुरूप ढालने के लिए पुलिस को जमकर पापड़ बेलने पड़ रहे है। मुख्यमंत्री का हाल यह है कि कभी पीड़ित बच्चे उन पर फब्तियां कस रहे है,तो कोई उनकी सौम्या चौरसिया को लेकर दस्तावेजी प्रमाणों के साथ दास्तान सूना रहा है।
जबकि दूसरी ओर सरकार और खुद पर लग रहे आरोपों पर सीधा जवाब देने के बजाए सीएम बघेल और उनकी टोली प्रत्येक मामलों में बीजेपी और उनके 15 सालो के कार्यकाल पर दोषारोपण कर रहे है।
जनता को झूठ बोलकर मुख्यमंत्री की कुर्सी हासिल करने वाले इस नेता की हालत इन दिनों ठीक वैसी ही है,जैसी की गली में पाए जाने वाले चार पैर वाले उस प्राणी की सार्वजनिक मंचो से जिसका नाम तक लेने से सीएम परहेज करते है,लेकिन इशारो ही इशारो में उसका हाव-भाव जरूर बयां करते है।
दिलचस्प बात यह है कि अब ये नौजवान सीएम की भाषा में ही उनको अपना जवाब दे रहे है। ऐसे नौजवानो की सक्रियता से पुलिस की मुश्किलें बढ़ गई है। पहले की तुलना में उसे सडको पर कही ज्यादा पसीना बहाना पड़ रहा है।
ताजा मामला रायपुर का है,यहां सीएम बघेल को उस वक्त काले झंडे दिखाए गए,जब वे भारी भरकम सुरक्षा और लाव-लश्कर के साथ रायपुर से पाटन की ओर जा रहे थे। नौजवानो के एक हुजूम ने बताते है कि सीएम भूपेश बघेल की सरेराह मान-मर्यादा पर ही सवालियां निशान खड़े कर दिया,प्रदर्शनकारी युवको ने मुख्यमंत्री के काफिले को ही बड़ी आसानी के साथ पहले तो अपनी गिरफ्त में लिया,फिर काले झंडे दिखाए।
रायपुर के महादेव घाट रोड स्थित,अमलेश्वर के पास NH-30 पर अज्ञात नौजवानो ने भ्रष्टाचार और PSC में भी घोटाले करने को लेकर मुख्यमंत्री को अच्छी तरह से काले झंडे दिखाए। घटना रविवार की बताई जाती है,काले झंडे देखकर मुख्यमंत्री बघेल की आंखे भी चौंधिया गई थी। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों समेत कई लोगो ने इस नज़ारे को देखकर हैरानी जताई।
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बताते है कि पुलिस कर्मियों ने दौड़-भाग कर जैसे-तैसे इन नौजवानो को अपने काबू में किया। इसके बाद मुख्यमंत्री का काफिला अपने गंतव्य की ओर बढ़ गया। प्रजातंत्र के प्रहरी तस्दीक कर रहे है कि अभी तो,इज्जत बच गई लेकिन आने वाले दिनों ऐसी घटनाओ से इंकार नहीं किया जा सकता।
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छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का विरोध लगातार बढ़ते जा रहा है। लोगो को बीजेपी के खिलाफ भड़का कर मुख्यमंत्री बघेल ने कुर्सी तो हथिया ली थी। लेकिन पौने पांच सालो में एक भी आरोप साबित नहीं कर पाए। सीएम बघेल आज भी अपने ऊपर लग रहे आरोपो को तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह सरकार पर थोप रहे है। अलबत्ता मुख्यमंत्री और उनका कुनबा इन वर्षो में खुद ब खुद भ्रष्टाचार के धरातल में समा गया।
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प्रजातंत्र में धरना प्रदर्शन आम बात है,लेकिन मुख्यमंत्री की नाक के नीचे काले झंडो का प्रदर्शन उनकी मान-मर्यादा का सवाल है। इतना मजबूत सुरक्षा घेरा होने के बावजूद मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने वाले नौजवान,भी खूब सुर्खियां बटोर रहे है। बताते है कि मौके पर मौजूद पुलिस ने इन नौजवानो को अपने कब्जे में लिया था। उनसे पूछताछ की भी खबर आ रही है,हालांकि अभी यह साफ़ नहीं हो पाया है कि अपना आक्रोश जाहिर करने की सजा पीड़ित नौजवानो को किस रूप में मिलेगी।
कोल खनन परिवहन घोटाला हो या फिर आबकारी घोटाला,आर्थिक अपराधों में मुख्यमंत्री और उसकी टोली सुर्खियों में है।
मुख्यमंत्री के घोटाले प्याज के छिलको की तरह परत दर परत सामने आ रहे है। इन घोटालो का सीधा जवाब और जिम्मेदारी तय करने के बजाए एक बार फिर बघेल उनका सीधा जवाब देने के बजाए,अपने किए हुए घोटाले का आरोप बीजेपी पर मढ़ रहे है।
राज्य की आम जनता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दावों और वादों पर यकीन करने के बजाए संदेह की निगाहो से देखने लगी है। बताते है कि मुख्यमंत्री बघेल के खिलाफ बढ़ते असंतोष को थामने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस को इन दिनों जमकर पापड़ बेलने पड़ रहे है।
फिलहाल,जनाक्रोश को देखते हुए उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। न्यूज़ टुडे छत्तीसगढ़ इस वायरल वीडियो की आधिकारिक पुष्टि नहीं करता।सोशल मीडिया से प्राप्त सामग्री के आधार पर समाचारो का प्रकाशन किया गया है।देंखे वीडियो….