Karnataka News: ‘हिजाब बैन’ करवाने वाले BC नागेश भी बुरी तरह चुनाव हारे, किसको मिला इस विवाद का फायदा, उडुपी में कौन जीता?

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बेंगलुरु : Karnataka News : कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. कांग्रेस पार्टी ने बहुमत का जादुई आंकड़ा पार कर लिया है. इस बार के चुनाव में कई दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा है, जिनमें कर्नाटक के शिक्षा मंत्री और भाजपा नेता बीसी नागेश भी शामिल हैं. तुमकरु जिले के तिपतुर विधानसभा क्षेत्र से बीसी नागेश को हार का सामना करना पड़ा है. साल 2022 में बीसी नागेश ने ही प्रदेश के शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब प्रतिबंध लागू किया था और फिर बाद में मुसलमानों के आर्थिक बहिष्कार की भी अपील की थी.

हालांकि इन सबके बीच भाजपा अपने गढ़ उडुपी को बचाने में सफल रही, जहां उसने पांचों सीट पर जीत हासिल की है. बता दें कि उडुपी हिजाब विवाद का केंद्र रहा था. उडुपी में इस बार भाजपा ने रघुपति भट का टिकट काटकर यशपाल सुवर्णा को टिकट दिया था. सुवर्णा उस कॉलेज के वाइस-चेयरमैन थे, जिसने लड़िकयों को क्लास में हिजाब पहनकर एंट्री करने पर रोक लगा दी थी. वहीं दक्षिण कर्नाटक जिले के मुराबिद्री निर्वाचन क्षेत्र में हिंदू मंदिरों के बाद मुस्लिम व्यापारियों को दुकान लगाने पर रोक लगा दी गई थी. यहां भाजपा उम्मीदवार उमानाथ कोटियन ने कांग्रेस प्रत्याशी को करीब 32 हजार मतों से हराया है.

इस जिले के अन्य तीन सीटों पर भी भाजपा उम्मीदवारों ने बड़े अंतर से जीत हासिल की है. यानी कि भाजपा का ध्रुवीकरण प्रभाव दक्षिण कन्नड़ जिलों में दिखाई दिया, जहां उसने 8 में से 6 सीटों पर जीत हासिल की. हालांकि उत्तर कन्नड में यह प्रयास विफल हो गया. उत्तर कर्नाटक में मुस्लिम आबादी उडुपी और दक्षिण कन्नड़ के मुकाबले थोड़ी कम है. लेकिन यहां भाजपा काफी पिछड़ गई. भाजपा यहां 6 में से केवल एक सीट पर जीत हासिल की.

वहीं तटीय कर्नाटक में भाजपा का ध्रुवीकरण सफल नजर आया है. जहां तीन जिलों की 19 सीटों में से भाजपा ने 12 सीटों पर जीत हासिल की. जबकि कांग्रेस केवल 6 सीट जीती. यहां साल 2011 की जनगणना के मुताबिक इन तीन जिलों में मुस्लिम आबादी 20 फीसदी है. बता दें कि कांग्रेस ने 135 सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं भाजपा को 66 सीटों पर जीत हासिल की है. जबकि जेडी(एस) को 19 सीटों पर जीत मिली है. 4 सीटों पर अन्य ने जीत हासिल की है.