Karnataka Assembly Election: कर्नाटक में किसके सिर पर सजेगा ताज? 224 सीटों पर फैसला आज, जानें 2018 में क्या थी गणित

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नई दिल्ली. Karnataka Assembly Election: कर्नाटक मे 10 मई को हुए विधानसभा चुनावों के मतदान का फैसला शनिवार को आएगा. 224 सीटों पर हुई वोटिंग के बाद 2615 उम्मीदवारों की किस्तम ईवीएम मशीन में बीते बुधवार को कैद हो गई थी. इस साल का चुनाव रोचक इसलिए भी है क्योंकि बीजेपी 38 साल की परंपरा को तोड़ सत्ता में एक बार फिर वापसी करने के लिए तैयारी कर रही है, वहीं कांग्रेस ने भी पूरी तरह से बीजेपी को बेदखल कर सत्ता पर कब्जे के लिए कमर कस ली है.

वहीं अब बात की जाए एग्‍जिट पोल की तो ज्यादातर राज्य में कांग्रेस की सरकार की ओर इशारा कर रहे हैं, वहीं बीजेपी को दूसरे नंबर पर दिखाया जा रहा है. जेडीएस को किंगमेकर के रोल में भी बताया जा रहा है. अधिकतर पोल्स त्रिशंकु विधानसभा की ओर ही जा रहे हैं.

पहले क्या हुआ

2018 के विधानसभा चुनावों की तरफ नजर डाली जाए तो 27 मार्च को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा हुई थी और 12 मई को वोटिंग. इसके परिणाम 15 मई को जारी किए गए थे. इन चुनावों में 72.13 प्रतिशत मतदान हुआ था.

कितनी पार्टिंया और क्या था गणित

2018 में तीन दलों के बीच मुकाबला था. इस दौरान कांग्रेस और बीजेपी तो हमेशा की तरह आमने सामने थे ही, लेकिन बसपा के साथ गठबंधन में लड़ रही जेडीएस भी कड़ा मुकाबला देती दिख रही थी. वहीं केपीजेपी भी मैदान भी थी. आम आदमी पार्टी ने भी राज्य के चुनावी मैदान में अपना पैर जमाने की कोशिश कर दी थी. हालांकि 15 मई को आए चुनाव परिणामों में किसी को भी पूर्ण बहुमत नहीं मिला और 104 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई. लेकिन इसके बाद भी बहुमत से 8 सीटें दूर थी. कांग्रेस का वोट प्रतिशत तो ज्यादा रहा लेकिन केवल 78 सीट ही उनके खाते में दिखीं. जेडीएस को सिर्फ 37 सीटें मिलीं.

निर्दलियों को मिली थी 1 सीट

अब यदि एक नजर 2018 के विधानसभा चुनावों पर डाली जाए तो कर्नाटक में केवल एक निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी. वहीं 2013 के चुनावों में नौ निर्दलीय उम्मीदवार चुने गए थे. उनका वोटिंग प्रतिशत भी 7.4 रहा था. वहीं 2007 में 17 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी और 2019 में ये आंकड़ा 19 का था. इस बार भी ये आंकड़ा बढ़ने की उम्मीद लगाई जा रही है क्योंकि बगावत और टिकट के न मिलने के चलते कई संभावित उम्मीदवारों ने निर्दलीय चुनाव लड़ा है.