पाकिस्तानी टीवी ने “आतंकवाद और लोकतंत्र” के खतरे के मद्देनजर “इस्लाम” की ऐसी व्याख्या की कि भारत के कई राजनेताओ के चेहरे “बेनकाब” हो जाए | यही व्याख्या भारत के किसी “पत्रकार या टीवी” संस्थान की ओर से आती तो देश में “बवाल” खड़ा हो जाता | देखे और सुने ,इस वीडियो को |