दिल्ली / रायपुर : छत्तीसगढ़ में ED की कार्यवाही के जोर पकड़ते ही उस पर राजनैतिक हमलो की झड़ी लगी है,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कई गंभीर आरोप लगा कर ED की घेराबंदी में जुटे हुए है, लेकिन इस युक्ति के भी बेकार होने के बाद अदालत के जरिये ED की घेराबंदी की नयी बानगी देखने को मिल रही है, अब की बार अदालतों में ED के खिलाफ क़ानूनी दांव पेंचो की जंग शुरू हो गई है।
हाई कोर्ट में लगभग आधा दर्जन ऐसी याचिकाएं दायर की गई है, जिसमे दावा किया जा रहा है कि ED की जाँच ही गैरकानूनी है, छापेमारी से दिक्कत नहीं, लेकिन मारपीट हो रही है, झूठे बयांन दर्ज कराए जा रहे है।वही दूसरी ओर ED ने घोटालो की तह में पहुंचकर कई ऐसे चेहरों को बेनकाब किया है, जिनके बारे में ईमानदारी की दुहाई दी जाती थी।
बताया जाता है कि कई दिनों से गायब चल रहे एपी त्रिपाठी अचानक रायपुर पहुंच गए है, अंदेशा है कि वे ED दफ्तर में हाजिर हो सकते है। जबकि अनिल टुटेजा अभी भी गायब बताया जाता है, बताते है कि उसकी अग्रिम जमानत रद्द करने के लिए ED हाथ पांव मार रही है, लेकिन टुटेजा उन्हें ढूंढे नहीं मिल रहा है, टुटेजा का सरकारी नोटिस अभी भी तामीली की राह देख रहा है।
छत्तीसगढ़ में घोटालेबाजो पर ED की लगातार छापेमारी से छत्तीसगढ़ शासन की पोल खुल गई है। मंत्रालय में छापेमारी के बाद शर्मसार छत्तीसगढ़ शासन के लिए असहज स्थिति फिर उस समय निर्मित हुई जब ED को अपने समन की तामीली के लिए भी राज्य के चीफ सेकेट्री के दफ्तर का रुख करना पड़ा।
बताते है कि ED के कड़े रुख के बाद लापता अनिल टुटेजा और एपी त्रिपाठी समेत कई सरकारी अधिकारी और कारोबारी राह पर बताये जाते है। मंत्रालय में ED का समन पहुँचते ही तमाम गायब संदेही एक-एक कर अपने बिलो से बाहर आने लगे है, इस कड़ी में आधी रात आबकारी विभाग के प्रमुख कर्ता धर्ता और विभागीय सचिव एपी त्रिपाठी अपनी पत्नी के साथ वापिस अपने ठिकाने में हाजिर बताये जाते है।
सूत्र बताते है कि अनिल टुटेजा की राह में काफी दूर तक निकल जाने के बाद एपी त्रिपाठी को अपनी जान जोखिम में नजर आने लगी थी। यह भी बताते है कि त्रिपाठी के हाजिर होने के बाद अनिल टुटेजा भी ED के समक्ष दंडवत होने की तैयारी में है। आबकारी घोटाले में सुपर सीएम अनिल टुटेजा और एक प्राइवेट व्यक्ति के बीच लेनदेन के गहरे सम्बन्ध पाए गए है। ED ने टुटेजा एंड कंपनी के सदस्य यश टुटेजा से भी लम्बी पूछताछ की है, उसका आर्थिक सहयोगी सौरभ जैन भी गायब टुटेजा की टोली में सवार बताया जा रहा है।
बताते है कि एपी त्रिपाठी का रंग ढंग देखने के उपरांत ही लापता अनिल टुटेजा अपने अन्य साथियो के साथ ED के दफ्तर में देखते ही देखते हाजिर हो सकता है, ED अब अनिल टुटेजा की अग्रिम जमानत रद्द करने के लिए अदालत में याचिका दायर करने की तैयारी में है, बताते है कि बिलासपुर हाई कोर्ट में इसी फॉर्मूले पर कार्य प्रगति पर है, जल्द ही टुटेजा के भी हाजिर होने के आसार बढ़ गए है।