News Today Breaking: प्रियंका-राहुल गाँधी पर राजनैतिक हमला करने वाली कांग्रेस नेता अर्चना गौतम को इस बार न्यौता नहीं,न्याय तो दूर की कौड़ी,जानिए क्योँ बिफरी फायर ब्रांड नेता

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रायपुर/ दिल्ली /बस्तर : छत्तीसगढ़ की राजनीति में अर्चना गौतम की धमाकेदार एंट्री से राजनैतिक गलियारा गरमाया हुआ था। इसकी आंच अभी शांत ही नहीं हुई है कि एक नया बवाल खड़ा हो गया है। सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि बस्तर में आयोजित प्रियंका गाँधी के कार्यक्रम में शामिल होने में OBC नेता अर्चना गौतम पर पाबन्दी लगा दी गई है। बताते है कि पार्टी ने उन्हें इस बार न्यौता तक नहीं भेजा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की खास समर्थक अर्चना गौतम को एक बार फिर किनारा किए जाने को लेकर राजनीति उफान पर बताई जा रही है। 

सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि अपनी नजर अंदाज़ी से बिफरी अर्चना गौतम के तेवर फिर सातवें आसमान पर है,उन्होंने एक बार फिर उन नेताओ को आड़े हाथो लिया है,जो जमीनी OBC नेताओ से किनारा कर रहे है। बताते है कि अर्चना नया वीडियो जारी कर सकती है,उनकी त्योरियां चढ़ी हुई है। यह भी बताया जा रहा है कि अर्चना गौतम का गुस्सा शांत करने के लिए पार्टी के कई जिम्मेदार नेताओ को अपनी अंटी तक ढीली करनी पड़ रही है,उनकी बस्तर आमद रोकने के लिए जमकर एड़ी चोटी एक करनी पड़ रही है। 

यह भी बताया जाता है कि पार्टी के एक जिम्मेदार नेता ने अर्चना गौतम से उनके बढ़ते कदम रोकने की गुहार लगाईं है,बताते है कि नेता जी अंदेशा जाहिर कर रहे है कि “ये फिर बवाल” मचा सकती है,प्रियंका गाँधी से न्याय की गुहार लगा सकती है।

बताते है कि राज्य में बेमेतरा कांड को लेकर OBC नेता अर्चना गौतम ने पीड़ित परिवार के प्रति सहानुभूति जताते हुए प्रियंका गाँधी से घटना स्थल का जायजा लेने की मांग की है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की है कि हमारी संवेदनशील नेता प्रियंका जी पीड़ित परिवार से मुलाकात कर हकीकत से वाकिफ होंगी। 

बताया जा रहा है कि राज्य के बिगड़ती कानून व्यस्था को लेकर अर्चना गौतम ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओ से आग्रह किया है कि जल्द से जल्द प्रियंका जी की पीड़ित परिवार से मुलाक़ात तय की जाए। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस और उसके नेता संवेदनशील है,बीजेपी की तरह राजनीति नहीं करते,बल्कि जन भावनाओं का आदर करते है। 

फिलहाल,अर्चना गौतम से किनारा किए जाने को लेकर पार्टी के कई नेताओ में असंतोष भी देखा जा रहा है। उनका मानना है कि एक ओर तो प्रियंका जी के सचिव संदीप सिंह को अभी तक छत्तीसगढ़ पुलिस ने नोटिस तक जारी नहीं किया है,जबकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद OBC वर्ग से आते है।

हालांकि अर्चना गौतम के समर्थकों को उम्मीद बंधी है कि महिला प्रताड़ना से जुड़े आपराधिक मामले में संदीप सिंह से तुरंत पूछताछ होगी। उनका मानना है कि कांग्रेस का नारा “अब होगा न्याय” पीड़ितों के लिए है,अर्चना गौतम तो पार्टी की नेता और पीड़ित भी है। 

गौरतलब है कि,अर्चना गौतम ने संदीप सिंह के खिलाफ अत्याचार को लेकर थाने में प्रकरण दर्ज कराया है,विभिन्न धाराओं में पंजीबद्ध इस प्रकरण की जांच छत्तीसगढ़ पुलिस के हवाले है। बताते है कि प्रियंका गाँधी के साथ उनके सचिव संदीप सिंह भी बस्तर प्रवास में रहेंगे,ऐसे में सहज उपलब्ध आरोपी की गिरफ़्तारी को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल फरमान भी जारी कर सकते है। 

यह भी बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री बघेल न्यायप्रिय नेता है,उन्होंने कभी भी आरोपियों को नहीं बख्शा,भले ही वे कितने प्रभावशील हो। उधर,छत्तीसगढ़ पुलिस के सबसे ज्यादा संवेदनशील IPS अधिकारी शेख आरिफ,अजय यादव और आनंद छाबड़ा की रणनीति सदैव कामयाब रही है।

बताते है कि इन अफसरों ने कभी भी निर्दोषो को नहीं बख्शा फिर तो संदीप सिंह के खिलाफ बनावटी या गढ़े गए नहीं,बल्कि डिजिटल सबूत भी है। पीड़ित अर्चना गौतम ने तो अपनी शिकायत और दर्ज FIR में पूरी दास्तान बयां की है। सूत्र बताते है कि इस मामले में पुलिस मुख्यालय प्रियंका गाँधी से पूछताछ करने पर विचार कर रहा है,दरअसल दर्ज FIR की विवेचना में प्रियंका गाँधी का बयान मील का पत्थर साबित होगा।