Lok Sabha Elections: 2024 के पहले BJP ने बदल दिए 4 राज्‍यों के अध्‍यक्ष, विरोधियों को मात देने के लिए बनाया ‘गेमप्‍लान’

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Lok Sabha Elections 2024: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने गुरुवार को महत्वपूर्ण संगठनात्मक बदलाव करते हुए चार राज्यों के अध्यक्ष बदल दिए. आगामी लोकसभा और इस साल कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी का यह एक बड़ा दांव माना जा रहा है. इस नियुक्तियों को करते हुए पार्टी सभी राजनीतिक नफे-नुकसान को ध्यान में रखा है.

बिहार में कुशवाहा चेहरे को सौंपी गई कमान
बीजेपी ने बिहार विधान परिषद में पार्टी के नेता सम्राट चौधरी को बिहार इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया है. माना जा रहा है कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लव-कुश (कुशवाहा-कुर्मी) समीकरण के बीच बीजेपी का ये कदम कारगर साबित हो सकता है.

कुशवाहा (अन्य पिछड़ा वर्ग) समाज से आने वाले सम्राट चौधरी बिहार के दिग्गज नेता रहे शकुनी चौधरी के पुत्र है. शकुनी चौधरी सात बार विधायक रहे हैं. सम्राट चौधरी बिहार भाजपा अध्यक्ष के रूप में संजय जायसवाल की जगह लेंगे. चौधरी आरजेडी और जेडीयू में रह चुके हैं.

कभी नीतीश के करीबी रहे चौधरी से उम्मीद की जा रही है कि पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद वो सीएम नीतीश के खिलाफ आक्रमक रूप से सामने आएंगे. चौधरी की नियुक्ति इस लिहाज से भी अहम है कि जेडीयू से हाल ही में एक महत्वपूर्ण नेता उपेंद्र कुशवाहा अलग हुए हैं.

राजस्थान में ब्राह्मण नेता को दी जिम्मेदारी
बीजेपी ने राजस्थान में पार्टी की कमान संभालने का जिम्मा एक ब्राह्मण नेता और चित्तोड़गढ़ से सांसद सी पी जोशी को दिया है. ब्राह्मण समाज से ताल्लुक रखने वाले सी पी जोशी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भारी मतों से जीत दर्ज की और दूसरी बार संसद पहुंचे. वह प्रदेश अध्यक्ष के रूप में सतीश पूनिया की जगह लेंगे.

राजनीतिक गलियारों मे चर्चा है कि जोशी की नियुक्ति पुनिया और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के झगड़े के बीच की गई है. राजे को पुनिया के हटने से फायदा हो सकता है. हालांकि राजे को सीएम पद के तौर पर उतारा जाएगा या नहीं यह अभी साफ नहीं है.

ओडिशा में मनमोहन सामल और दिल्ली वीरेंद्र सचदेवा को कमान
इसके अलावा बीजेपी ने ओडिशा में मनमोहन सामल और दिल्ली में वीरेंद्र सचदेवा को अध्यक्ष नियुक्त किया है. सचदेवा की नियुक्ति को पार्टी की पंजाबियों के बीच मजबूत पकड़ बनाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. सचदेवा की संगठन और आरएसएस में अच्छी पकड़ा मानी जाती है. दिल्ली कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में भी उनके काम को पार्टी ने प्रभावशाली माना है.