प्रयागराज. Umesh Pal Murder Case: माफिया अतीक अहमद के इशारे पर 24 फरवरी को हुई उमेश पाल की हत्या के मामले में यूपी सरकार ने माफिया अतीक अहमद से मिलीभगत के आरोप में 8 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. आरोप है कि कुछ पुलिसकर्मी उमेश पाल मर्डर केस के बाद पुलिस की योजनाओं और एक्शन की जानकारी माफियां और उसके मददगारों तक पहुंचाते थे. लखनऊ स्थिति डीजीपी ऑफिस से इन पुलिसकर्मियों के तबादले को लेकर आदेश जारी किया गया है. बता दें पुलिसकर्मियों को जिले के बाहर भेजे जाने की वजह से हड़कंप मचा हुआ है.
दरअसल यह कार्रवाई गोपनीय रिपोर्ट के आधार पर हुई है. इसमे एक इंस्पेक्टर, तीन सब इंस्पेक्टर समेत 8 पुलिसकर्मियों को प्रयागराज से हटाकर के दूसरे जिलों में भेज दिया गया है. प्रयागराज से हटाए गए पुलिसकर्मियों को कम महत्वपूर्ण जगहों पर भेजा गया है. इन पुलिसकर्मियों पर अतीक के करीबियों की मदद का आरोप है. उमेश पाल मर्डर केस की जांच में लगी STF की टीम ने जब कॉल ट्रेस किए तो इन पुलिसकर्मियों की मिलीभगत सामने आई.
उनमें धूमनगंज थाने में तैनात इंस्पेक्टर वजीउल्ला मुरादाबाद ट्रेनिंग सेंटर भेजा गया है. पुरामुफ्ती थाने में तैनात दरोगा शमी आलम को पीटीसी मेरठ और दरोगा उबैदुल्ला अंसारी को पीटीसी जालौन भेजा गया है. करेली थाने में तैनात दरोगा इबरार अहमद को सशस्त्र पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय सीतापुर भेजा गया है. सिपाही फारूक अहमद को शाहजहांपुर, बाबर अली को कानपुर देहात, मोहम्मद महफूज आलम को ललितपुर और अयाज खान को बदायूं जिले ट्रांसफर किया गया है.