सुकमा | बस्तर संभाग में भारी बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं । लोगों को मूसलाधार बारिश की वजह से भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । सुकमा में देर एक गर्भवती महिला बाढ़ के पानी में फंस गई । भारी बारिश के बाद सड़क पर बाढ़ का पानी भर गया था । सड़क पार कर रही महिला सड़क के बीचों बीच पानी में फंस गई थी । इस घटना की जानकारी कलेक्टर को रात 3 बजे मिली । सूचना मिलते ही कलेक्टर चंदन कुमार ने गर्भवती महिला को निकालने की कवायद की । बाढ़ में फंसी महिला को निकालकर उसे अस्पताल पहुंचाया गया । सुकमा के अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र में महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया । महिला ने यहां स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दिया है । कलेक्टर ने महिला को बाढ़ से निकालने वाले सभी कर्मचारियों को उनके कार्य के लिए बधाई दी है ।
जानकारी के अनुसार बाढ़ को देखते हुए कलेक्टर चंदन कुमार के निर्देश पर मिनी स्टेडियम के पास के भवन में 10 बेड का अस्थाई अस्पताल बनाया गया है | ताकि मरीजों को सही समय पर इलाज मिल सके | बताया जा रहा है कि कोयलाभट्टी निवासी गंगोत्री को बीती रात-प्रसव पीड़ा हुई | जिसकी सूचना परिजनों ने जैसें ही कलेक्टर को दी वैसे ही तुरंत 102 महतारी एक्सप्रेस को महिला के घर रवाना किया गया और उसे अस्पताल में लाया गया | जहां महिला ने सुबह करीब 4 बजे स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दिया है |
एक तरफ पूरे शहर में पानी-पानी होने से यातायात व्यवस्था पूरी तर ठप्प है | ऐसे हालात में जिला प्रशासन बाढ़ में फंसे लोगों की सहायता करने में पीछे नहीं हट रहा है | उधर दंतेवाड़ा में भारी बारिश के बीच 24 घंटे से टापू में फंसे 15 लोगों को बचा लिया गया है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है । बताया जा रहा है कि बुधवार शाम से ये सभी लोग गुडरा नाले के टापू में फंसे हुए थे । जिसके बाद भैरमगढ़ तहसीलदार विनोद साहू के कुशल निर्देशन में रेस्क्यू टीम ने सभी को सुरक्षित बचा लिया । बता दें कि प्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है । नदी नाले उफान पर हैं । कई इलाकों में पानी भर गया है और कई गांवों के संपर्क टूट गया है । जगदलपुर में बारिश के कारण मकान की दीवार गिरने से दो लोगों की मौत हो गई है । वहीं सुकमा में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं । शबरी नदी अपने उफान पर है ।
