फैजगंज। Shocking News : जिसकी रक्षा खुद भगवान कर रहें हों भला उसे कौन मार सकता है। यह कहावत जिले के फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र में किसी ने नवजात बच्चे को 20 फीट गहरे कुएं में फेंक दिया। शुक्रवार की सुबह गांव की एक महिला (सोमवती) वहां से गुजरी तो कुएं से बच्चे के रोने की आवाज सुनी। यह सुनकर जब वह वहां पहुंची तो कुएं के अंदर दृश्य देखकर दंग रह गई। उत्तर प्रदेश के बदायूं क्षेत्र का है। सूखे कुएं में नवजात बच्चा पड़ा था। उसके शरीर पर सांप लिपटा हुआ था। महिला ने ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी।
मौके पर ग्रामीण जुट गए। कुछ देर बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने एक ग्रामीण को कुएं में उतारा। उसने सावधानी बरतते हुए बच्चे के शरीर से सांप को हटाया और नवजात को कुएं से बाहर निकाला। पुलिस ने बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव के बाहर स्थित कुआं 20 फीट गहरा है। काफी दिनों से सूखा पड़ा है। उसमें कई सांप भी देखे गए हैं। नवजात को किसी ने कुएं में फेंका दिया था। वह रातभर में सांप के बीच पड़ा रहा। फिर भी वह पूरी तरह सुरक्षित है। इस घटना से हर ग्रामीण हैरान है।
सांप ने मुंह दबा रखी थी नाल-
ग्रामीणों के अनुसार, कुएं में एक सांप ने बच्चे का नाल अपने मुंह से पकड़ रखा था। तुरंत एक नया ब्लेड मंगाया गया। नाल काटकर सांप को उससे अलग किया गया। बच्चे को बाहर निकालकर आसफपुर स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उसे भर्ती करा दिया गया। आसफपुर स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. ईशान खान ने बताया कि बालक पूरी तरह स्वस्थ है। चाइल्ड लाइन को इसकी सूचना दे दी गई है।
गोद लेने वालों की लाइन लगी-
बसोमी गांव में बच्चे के मिलने के बाद ग्रामीण उस मां को कोसते रहे, जिसने जन्म देते हुए बच्चे को कुंए में डाल दिया। हालांकि ग्रामीण भगवान का शुक्रिया भी अदा कर रहे थे कि उसकी जान बच गई। अब उसे गोद लेने वालों की लाइन लग गई है। सोमवती ही उसे गोद लेना चाहती है।
सोमवती का कहना है कि उसके दो बेटे हैं, लेकिन उसके दोनों बेटों पर कोई बेटा नहीं है। उनके बेटियां ही हैं। थाना फैजगंज बेहटा के एसओ सिद्धांत शर्मा ने कहा कि बसोमी गांव में एक कुएं में नवजात बालक मिला है। उसे अस्पताल में भर्ती करा दिया है। बालक को कुएं में किसने फेंका था, इसकी जांच कराई जा रही है, जल्द ही इसका पता लगा लिया जाएगा।