हैदराबाद. तेलंगाना में छात्र संघ चुनाव को लेकर हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के छात्र आपस में भिड़ गए. ABVP ने आरोप लगाया कि SFI के छात्रों ने ABVP के आदिवासी छात्रों से मारपीट की और उन पर हमला करने के लिए धारदार चीजों का इस्तेमाल किया. हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को एसएफआई और एबीवीपी के सदस्यों के बीच ये झड़प छात्र संघ चुनाव को लेकर हुई. हिंसक झड़प की घटना में कुछ छात्र घायल भी हुए हैं.
एबीवीपी के सदस्यों के मुताबिक आदिवासी छात्रों ने यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव में एसएफआई को वोट नहीं दिया, तो उनके कार्यकर्ताओं ने आदिवासी छात्रों को जमकर पीटा. ट्विटर पर एबीवीपी ने ट्वीट करके कहा कि ‘एसएफआई ने एबीवीपी के आदिवासी छात्रों और कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा की है. वे चाकू जैसी नुकीली चीजों का इस्तेमाल कर रहे थे. हम अपने कार्यकर्ताओं के खिलाफ इस हमले की निंदा करते हैं.’ जबकि दूसरी ओर एसएफआई के सदस्यों ने आरोप लगाया कि एबीवीपी को पता था कि छात्र संघ चुनाव में उनकी हार होने वाली है. इसलिए उन्होंने छात्रों पर हमला किया और हिंसा को उकसाया.
एसएफआई ने एक ट्वीट में कहा कि ‘छात्र संघ चुनाव के मतदान वाले दिन की रात एसएफआई के साथियों पर एबीवीपी द्वारा किए गए क्रूर हमले की निंदा करते हैं. छात्रावास एफ के अंदर एबीवीपी ने एसएफआई के साथियों पर क्रूर हमला किया. घटना की शुरुआत नशे की हालत में एबीवीपी सदस्यों के गाली-गलौज करने से हुई.’ एसएफआई ने अपने ट्वीट में आरोप लगाया कि ‘नशे में धुत एबीवीपी के लोगों ने हमला किया और कांच के दरवाजे तोड़ दिए. जिन एसएफआई सदस्यों पर हमला हुआ, उन्हें अस्पताल में भेज दिया गया.’ एसएफआई ने छात्र समुदाय से इस गुंडागर्दी के खिलाफ एकजुट होने की अपील की और कहा कि एबीवीपी ने चुनाव में हार के डर से छात्रों पर हमला करने और हिंसा को भड़काने की कोशिश की.