कोलकाता : सारे तीरथ बार – बार, गंगासागर एक बार। अक्सर यह कहावत पुराने और बुजुर्ग लोगो के मुँह से सुनने मिलती है। यह हकीकत भी है। गंगा सागर में हर साल लाखो की संख्या में लोग पहुंचते है। साल – दर साल यहाँ डुबकियां लगाने वालो की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। मकर संक्राति के दिन माँ गंगा का समुद्र में मिलन होता है। इस नज़ारे को देखने के लिए विदेशो से भी लोग यहाँ पहुंचते है। एक समय था जब गंगा सागर की यात्रा बेहद कठिन होती थी। लेकिन अब रेल और हवाई सेवाओं के साथ – साथ सड़क मार्ग बन जाने से गंगासागर आना बेहद आसान हो गया है।
यहाँ अभी से भीड़ जुटने लगी है। देश – विदेश से हजारो लोग रोजाना जुट रहे है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी गंगासागर मेले की तैयारियों का जायजा लेने पहुंच रही है। वे दक्षिण 24 परगना जिले के सागर द्वीप का दौरा करेंगी। न्यूज़ टुडे से चर्चा करते हुए अधिकारियों ने जानकारी दी है कि मुख्यमंत्री स्वयं मैदानी तैयारियों से रूबरू होंगी। उनके मुताबिक मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा नदी और बंगाल की खाड़ी के संगम पर डुबकी लगाने के लिए देशभर से इस बार श्रद्धालु लाखो की संख्या में सागर द्वीप पहुंच सकते हैं। दरअसल पिछले दो सालो से कोरोना की वजह से कई लोगो ने अपनी यात्राएं स्थगित कर दी थी।
जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के बीच पिछले साल जहां 15.5 लाख तीर्थयात्री गंगासागर मेले में आए थे, वहीं इस साल 8 से 16 जनवरी के बीच आयोजित मेले में यह संख्या बढ़कर 60 से 70 लाख तक पहुंच सकती है। बताया जा रहा है कि गंगासागर द्वीप की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान ममता मेले से संबंधित तैयारियों की समीक्षा के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेंगी. उन्होंने कहा, “ममता द्वीप पर तीन नए हेलीपैड का उद्घाटन भी करेंगी।
न्यूज़ टुडे को मिली जानकारी के मुताबिक 120 किलोमीटर दूर कोलकाता रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री कपिल मुनी आश्रम में पूजा-अर्चना करेंगी। इसके बाद ममता बनर्जी के सागर द्वीप में भारत सेवाश्रम संघ मठ का दौरा करने की भी संभावना है। फ़िलहाल ख़राब मौसम के बीच गंगासागर में बड़ी तादाद में लोग मूलभूत समस्याओं के लिए जूझ रहे है।