अब “शांतिदेवी” को ED का बुलावा,छत्तीसगढ़ की सुपर सीएम सौम्या चौरसिया ने माँ के नाम पर खरीदी करोडो की जमीन,सीएम बघेल के पाटन इलाके से गुजर रही रेल्वे लाइन के इर्द- गिर्द खरीदी गई जमीन को लेकर पूछताछ

0
33

रायपुर :छत्तीसगढ़ की आम जनता रोजी-रोटी के लिए दिन-भर मेहनत कर बा-मुश्किल दो-तीन सौ रूपए अर्जित करती है। वही ED की छापेमारी में सामने आया है कि कोयला दलाल सूर्यकांत तिवारी सिर्फ अकेले रोजाना दो से तीन करोड़ रूपए कमाता था। इससे आप अंदाज़ा लगा सकते है कि इस टोली में शामिल आईएएस और आईपीएस अफसर रोजाना कितने का वारा न्यारा कर रहे है।

यही नहीं इस टोली के मुखिया की तिजोरी में रोजाना कितनी रकम जमा होती होगी, इसका आंकलन भी सहजता से किया जा सकता है। IT-ED की छापेमारी से यह तथ्य भी सामने आया है कि छत्तीसगढ़ से “गब्बर सिंह टैक्स” के रूप में प्रतिमाह लगभग 800 करोड़ की अवैध वसूली होती थी। सूत्र बताते है कि छत्तीसगढ़ में बीते लगभग 4 सालो में अखिल भारतीय सेवाओं के कुछ चुनिंदा अफसरों ने दो-दो सौ करोड़ से ज्यादा की रकम पर हाथ साफ़ किया है।

यह भी जानकारी सामने आई है कि ऐसे अफसरों ने अपने दूर-दराज के नाते-रिश्तेदारों और उनकी शैल कंपनियों और कारोबार में करोडो निवेश किए है। ED के हत्थे चढ़े आईएएस समीर विश्नोई के ठिकानो से लगभग 4 करोड़ की नगदी और करोडो के आभूषण बरामद हुए है।

यह बरामदगी उस वक्त हुई जब IT -ED की कार्यवाही आम हो चुकी थी। छापो की पूर्व सुचना मिलने के बाद संदेही अफसरों और कारोबारियों ने ब्लैक मनी और दस्तावेज काफी पहले ही ठिकाने लगा दिए थे। इसके बावजूद भी ED की छापेमारी में करोडो की जब्ती अवैध उगाही की तस्दीक करती है। ऐसे ही मामलो की केंद्रीय एजेंसियां पड़ताल कर रही है।

इस कड़ी में एक नया नाम “शांतिदेवी” का नाम जुड़ गया है। इस बुजुर्ग महिला के नाम पर हाल ही के वर्षो में करोडो की जमीन खरीदी गई। बताया जाता है कि “शांतिदेवी”  बुढ़ापे में होने वाली तकलीफो का सामना कर रही है। वो विशुद्ध घरेलु महिला है। कारोबार और राजनीति से दूर-दूर तक उनका कोई नाता नहीं है। बावजूद इसके उनके नाम पर करोडो की जमीन-जायदाद खरीदी जा रही है।

सूत्र बताते है कि अकेले दुर्ग जिले के पाटन विधान सभा सीट इलाके से गुजरने वाली रेल्वे लाइन के इर्द-गिर्द की सैकड़ो एकड़ जमीन पर “शांतिदेवी” का कब्ज़ा है। सूत्रों के मुताबिक एजेंसियों ने जब खसरा नंबर सहित जमीनों के दस्तावेज तलाशे तो एक बुजुर्ग महिला की कमाई देखकर उन्हें हैरानी हुई।

एजंसियों ने इस कमाई के स्त्रोत और फार्मूले पर जब नजर दौड़ाई तो उनके पैरो तले जमीन खिसक गई। इस महिला की पहचान सौम्या चौरसिया की माँ के रूप में की जा रही है।

ED की टीम अभी तक सौम्या समेत उसके भाई अमित,नवनीत चौरसिया और यूपी के हिस्ट्रीशीटर जेके चौरसिया से पूछताछ में जुटी है। अब इस कड़ी में नया नाम “शांतिदेवी चौरसिया” का भी जुड़ गया है। सूत्र बताते है कि जाँच एजेंसियां वैधानिक दायरे में शालीनता और संयम के साथ संदेहियों से पूछताछ कर रही है।