दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA ने टेरर फंडिंग मामले को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उसने अपनी चार्जशीट में सिलसलेवार कई बड़े तथ्य पेश किये है। NIA के मुताबिक दाऊद और उसके सहयोगी छोटा शकील एक बार फिर से भारत पर आतंकी हमले करवाने की फिराक में हैं। उसके अनुसार दाऊद ने हवाला के जरिए पाकिस्तान से दुबई के रास्ते सूरत और फिर मुंबई में लाखों की रकम भेजी है। उसने पुख्ता तौर पर 25 लाख रुपये के सबूत इकट्ठा किये हैं। ये रुपये आरिफ शेख और शब्बीर शेख को भेजे गए थे। पिछले चार साल में हवाला के जरिए इन्हे 12 से13 करोड़ रुपये भेजे गए हैं।
डी-कंपनी के खिलाफ दायर एनआईए की चार्जशीट के मुताबिक, भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के निशाने पर देश के बड़े राजनेता और कई बड़ी हस्तियां भी उसके निशाने पर हैं। इतना ही नहीं दाऊद ने डी कंपनी भारत के अलग-अलग शहरों में दंगा कराने के लिए मोटी रकम भी भेजी थी। इनमें नई दिल्ली और आर्थिक नगरी मुंबई सबसे टॉप लिस्ट में थे।
NIA ने बताया कि डी कंपनी का एक गवाह एक हवाला ऑपरेटर है। उसकी पहचान सुरक्षा कारणों से गोपनीय रखी गई है। ED के मुताबिक जांच के दौरान यह पता चला है कि राशिद मरफानी उर्फ राशिद भाई दुबई में वांछित गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और छोटा शकील का साथी है। वो अवैध रकम को भारत भेजने के लिए हवाला और मनी ट्रांसफर का काम करता था।
चार्जशीट में दाऊद, शकील, उसके साले सलीम फ्रूट, आरिफ शेख और शब्बीर शेख को नामजद किया गया है। अंतिम तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। एनआईए ने अपने आरोपपत्र में बताया कि कैसे 25 लाख रुपये पाकिस्तान से आतंकवादी गतिविधियों के लिए भारत भेजे गए। एनआईए ने दावा किया कि शब्बीर ने 5 लाख रुपये रखे थे और बाकी आरिफ को एक गवाह के सामने दिए थे। एनआईए ने कहा कि यह ध्यान रखना उचित है कि 9 मई, 2022 को उनके घर की तलाशी के दौरान शब्बीर से 5 लाख रुपये बरामद किए गए थे। NIA फिलहाल, D कंपनी के खिलाफ कई बड़ी कार्यवाही एक साथ अंजाम दे रही है।