जम्मू / शिमला : हिमाचल प्रदेश में चुनाव की रंगत के बीच देश भर के पर्यटकों का तांता लगा हुआ है। यही हाल कश्मीर घाटी का है। सुहाने मौंसम के बीच ”माँ वैष्णव” देवी के दरबार में बड़ी तादात में भक्त पहुंच रहे है। जोश ऐसा है कि मौसम विभाग की अलर्ट से भी उनके चेहरे पर खुशी नजर आ रही है। वो बर्फबारी का मजा लूटने के लिए कई इलाको में डटे हुए है।
ताजा अपडेट में मौंसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर के लिए इस हप्ते चेतावनी जारी की है। विभाग ने कहा है कि बर्फबारी और कम तापमान के कारण पहले सप्ताह के दौरान मुख्य रूप से जोजिला, मुगल रोड, सदाना टॉप पर घाटी के ऊंचे इलाकों में बर्फ़बारी से सड़क परिवहन बाधित हो सकता है। उसके मुताबिक “आज की परिस्थितियों के अनुसार, नवंबर के पूरे 1 सप्ताह के लिए आमतौर पर बादल छाए रहने की संभावना है। यही नहीं जम्मू-कश्मीर के मध्य और उच्च इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश/बर्फबारी की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक इस अवधि के दौरान दिन के तापमान में भारी गिरावट आएगी और दिन ठंडे रहेंगे | उनका कहना है कि “बर्फबारी और कम तापमान से मुख्य रूप से जोजिला, मुघा रोड, सादनाह टॉप आदि में सतही परिवहन में अस्थायी व्यवधान हो सकता है.” श्रीनगर में न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो पिछली रात से दो डिग्री काम था. वर्ष के इस समय के दौरान यह श्रीनगर के लिए सामान्य तापमान से 0.2 डिग्री सेल्सियस कम था.
पहलगाम में पारा पिछली रात शून्य से 0.9 डिग्री सेल्सियस के नीचे लुढ़क गया। यह पूरी घाटी में सबसे ठंडी जगह बन गया है। यहाँ दिवाली से पहले ही बर्फबारी हो चुकी है। इससे तापमान में पहले ही भारी गिरावट आयी है। 21 अक्टूबर को कश्मीर के सभी पहाड़ी इलाकों में मौसम की पहली बर्फबारी हुयी थी। इसके चलते नवंबर में भी मौसम के और ज्यादा ठंडा होने की संभावना बढ़ गयी है।
उधर हिमाचल में बिलासपुर, मनाली, शिमला और लेह लद्दाख नेशनल हाइवे पर सैकड़ो टूरिस्ट ने टेंटो में डेरा डाला है। वो यहाँ बर्फ की चादर में ढंके पहाड़ो का लुप्त उठा रहे है। शराब दुकानों में टूरिस्टों की भीड़ लगी है। होटलों और ढाबों में भी उन्हें शौक फरमाते देखा जा सकता है। देखे वीडियो |