रांची। झारखंड में साइबर अपराध की घटनाएं चिंताजनक रूप से बढ़ रही हैं। पुलिस मुख्यालय में शुक्रवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईजी अभियान माइकल राज ने बताया कि जनवरी से जून 2025 तक राज्य में डायल-1930 साइबर हेल्पलाइन पर कुल 11,910 शिकायतें दर्ज हुईं, यानी हर दिन औसतन 66 शिकायतें मिलीं। इसी अवधि में 620 साइबर अपराध के केस थानों में दर्ज हुए।
इन मामलों में पुलिस ने 1241 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया। इनमें 767 अपराधी केस की नियमित जांच के दौरान पकड़े गए, जबकि 474 आरोपियों को ‘प्रतिबिंब’ मोबाइल ऐप की मदद से गिरफ्तार किया गया।
जब्त किए गए सामान:
- ₹5.43 लाख नकद
- 1283 मोबाइल
- 1664 सिम कार्ड
- 135 एटीएम कार्ड
- 20 दोपहिया व 8 चारपहिया वाहन
- 19 लैपटॉप
- 37 बैंक पासबुक और 24 चेकबुक
- 3 स्वाइप मशीन और 1 राउटर
ठगी गई रकम और रिकवरी:
पुलिस ने 15.90 करोड़ रुपये की ठगी राशि फ्रीज करवाई, और 83.84 लाख रुपये पीड़ितों के खातों में वापस कराए गए।
‘प्रतिबिंब’ ऐप की भूमिका:
नवंबर 2023 में लॉन्च किया गया ‘प्रतिबिंब’ ऐप साइबर ठगों की पहचान और लोकेशन ट्रेस करने में अहम साबित हो रहा है। ऐप के माध्यम से न केवल ठगी के लिए इस्तेमाल हो रहे मोबाइल नंबरों की पहचान हो रही है, बल्कि रियल टाइम लोकेशन ट्रैकिंग के जरिए अपराधियों तक पहुंचना भी संभव हुआ है।
