देश के ज्यादातर राज्यों में अप्रैल में स्कूल खोलने के पक्षधर हैं 67 प्रतिशत अभिभावक, लोकल सर्कल सर्वे से खुलासा   

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दिल्ली / रायपुर /रांची / शिमला / कोरोना संक्रमण के चलते कई राज्यों में स्कूल बंद है | इन्हे कब खोला जाये, इसे लेकर मंथन का दौर जारी है | संक्रमण का अभी भी सामना कर रहे राज्य जल्दबाजी  में नहीं है | वे वैक्सीन अभियान के ख़त्म होने के बाद ही स्कूल खोलने पर विचार कर रहे है | हालांकि दस राज्यों ने करीब 11 महीनों के बाद फरवरी में स्कूल खोल दिए हैं। इसके अलावा अन्य राज्य भी बोर्ड परीक्षाओं के लिए स्कूल खोलने की तैयारी कर रहे हैं।

कुछ राज्यों ने स्कूल खोलने की इजाजत दे दी है, बावजूद इसके संक्रमण का भय बना हुआ है | इस बीच लोकल सर्वे में खुलासा हुआ है कि 67 फीसदी अभिभावक अभी भी दो महीने तक स्कूल न खोलने के पक्ष में हैं। इनमे दिल्ली,हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, झारखण्ड, बिहार, आँध्रप्रदेश, और तेलंगाना जैसे राज्यों के पालक और अभिभावक शामिल है | 

उनका मानना है कि अभी संक्रमण का खतरा है, इसलिए अप्रैल तक स्कूल खोलने का इंतजार करना चाहिए। वहीं 32 फीसदी अभिभावकों का मानना है कि स्कूल जून-जुलाई में खोले जाने चाहिए। जानकारी के मुताबिक महज 19 फीसदी अभिभावकों ने ऑनलाइन क्लास को बेहतर बताया है | कोरोना के चलते स्कूल बंद होने से पिछले 11 महीनों से छात्र घर में रहकर ऑनलाइन क्लास में पढ़ाई कर रहे हैं। महज 11 फीसदी अभिभावकों ने ऑनलाइन क्लास से छात्रों को फायदा हुआ है। जबकि 79 फीसदी ने कहा ऑनलाइन की बजाय पारंपरिक यानी स्कूल में जाकर ऑफलाइन पढ़ाई ही बेहतर थी। 

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वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण के चलते मध्य मार्च से बंद स्कूलों को फरवरी में खोलना शुरू कर दिया गया है। इसी को लेकर शिक्षा पर काम करने वाली लोकल सर्कल के अलावा अन्य सर्वे एजेंसियों ने देशभर में ऑनलाइन अभिभावकों से स्कूल खोलने पर राय ली है। लोकल सर्कल ने 24 राज्यों में 294 जिलों में अभिभावकों पर सर्वे में राय ली है। इस सर्वे में फिलहाल अभिभावक स्कूल खोलने के पक्ष में नहीं हैं।