उत्तर प्रदेश के जालौन के एक अस्पताल का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिसकर्मी एक आरोपी के साथ शराब पीते दिख रहे हैं. वीडियो में सुरक्षा के लिए लगाए पुलिसकर्मी अपनी वर्दी को खूंटी पर टांग कर आरोपी के साथ शराब के जाम छलकाते नजर आ रहे हैं. ये मामला कोतवाली थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां सितंबर 2024 को अजय सिंदल ने पारिवारिक विवाद के चलते अपने चाचा अनिल सिंदल पर जानलेवा हमला कर दिया था, जिसमें पुलिस ने अजय के खिलाफ केस दर्ज किया था.
इस मामले में पुलिस ने अजय को गिरफ्तार करने के बाद उसे जेल भेज दिया था. लेकिन सीने में दर्द की बीमारी बताकर अजय बार-बार सरकारी अस्पताल चरक भवन में इलाज करवाने आ जाता था. इस बार भी वह सरकारी अस्पताल की चौथी मंजिल पर बने जेल वार्ड में इलाज के नाम पर ही आया था. लेकिन किसी ने अजय और उसकी सुरक्षा में लगी पुलिस का शराब पार्टी करते हुए वीडियो वायरल कर दिया, जिसमें पुलिसकर्मी और आरोपी अजय के साथ मिलकर शराब और सिगरेट पीने के साथ जुए का दांव लगाते हुए दिखाई दे रहे थे.
यह वीडियो वायरल होने के बाद एसपी प्रदीप शर्मा ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिसकर्मियों की पहचान की और पुलिस लाइन में पोस्टेड हेड कांस्टेबल अल्ताफ हुसैन, कांस्टेबल अरविंद मरमट, कांस्टेबल सुनील बिठौरे, लखन अहिरवार और सुनील परमार पांचों को सस्पेंड कर दिया. फरियादी पक्ष के शुभम सिंदल का आरोप है कि आरोपी अजय सिंदल बीमार नहीं है. वह बार-बार इलाज का बहाना बनाकर सरकारी अस्पताल के जेल वार्ड में आ जाता है. जहां इसी तरह शराब पार्टियां करता है और बदमाशों को हमारे घर भेजकर इस जानलेवा हमले में राजीनामा करने के लिए दबाव बनाता है. वायरल हो रहे वीडियो में आरोपी की सुरक्षा में लगी पुलिस की वर्दी खूंटी पर टंगी हुई दिखाई दे रही है.
इस मामले में एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि पूरे मामले की जांच के लिए एडिशनल एसपी को निर्देशित किया गया है. साथ ही 7 दिनों के अंदर रिपोर्ट पेश करने के लिए भी कहा गया है. इस जांच रिपोर्ट के बाद जो भी दोषी पाया जाता है. उसे सेवा से बर्खास्त करने की कार्रवाई की जाएगी. बताया जाता है कि इस मामले में जहां एसपी प्रदीप शर्मा ने एडिशनल एसपी से 7 दिन में जांच कर रिपोर्ट मांगी है. वहीं जेल अधीक्षक मनोज साहू और सीएमएचओ को भी इस मामले का पता लगाकर रिपोर्ट मांगी गई है.