रायपुर / छत्तीसगढ़ कैडर के वर्ष 1988 बैच के डकैत डीजी मुकेश गुप्ता से EOW के अधिकारी ” नान घोटाले और अवैध फोन टेपिंग ” के मामले को लेकर अब 5 जुलाई को पूछताछ करेंगे | इसके लिए इस कुख्यात आरोपी को EOW ने नया नोटिस जारी कर दिया है | इस नोटिस में उसे 5 जुलाई दिन शुक्रवार को कार्यालयीन समय पर अपने बयान दर्ज करवाने के लिए निर्देशित किया गया है | गौरतलब है कि ” नान घोटाले और अवैध फोन टेपिंग ” को लेकर डीजी मुकेश गुप्ता के खिलाफ दो अलग-अलग FIR दर्ज है | इस कुख्यात आरोपी के समय पर बयान दर्ज नहीं कराने से दोनों ही मामलों की जांच प्रभावित हो रही है | 24 जून 2019 को आरोपी मुकेश गुप्ता ने अपने निजी कारणों का हवाला देते अपने बयान दर्ज करवाने में असमर्थता जाहिर करते हुए EOW एक माह की मियाद मांगी थी | मामले की गंभीरता और जांच प्रभावित होने के पहलुओं पर गौर फरमाते हुए EOW ने आरोपी मुकेश गुप्ता को 5 जुलाई को उपस्थित होने के लिए कहा है |
उधर EOW में बयान दर्ज करवाने के बाद आरोपी मुकेश गुप्ता की गिरफ्तारी भी हो सकती है | उसके खिलाफ “चार सौ बीसी” का प्रकरण दुर्ग जिले के भिलाई स्थित सुपेला थाने में दर्ज है | इस मामले में आरोपी मुकेश गुप्ता को फरार बताया जा रहा है | दुर्ग पुलिस के अफसरों का दावा है कि वो फरार आरोपी की तलाश में है | ऐसे में उन्हें यह आरोपी 5 जुलाई को EOW के मुख्यालय में साफ साफ़ नजर आएगा | जाहिर है, दुर्ग पुलिस की दो टीम इस कुख्यात आरोपी को मौके पर धर दबोचेगी |
आपको बता दें कि “भारतीय पुलिस सेवा” के वर्ष 1988 बैच के इस आईपीएस अधिकारी ने ” गैर क़ानूनी गतिविधियों ” में लिप्त रहते हुए दो हजार करोड़ से ज्यादा की चल-अचल संपत्ति बनाई है | इसमें रायपुर और बिलासपुर में “MGM ट्रस्ट ” के अंतर्गत संचालित अस्पताल और कई बेशकीमती जमीन और मकान शामिल है | यही नहीं इस कुख्यात आरोपी ने कई महिलाओं को भी अपना शिकार बनाकर उनके नाम पर भी करोड़ों का निवेश किया है | इसमें EOW में पदस्थ हवलदार रेखा नायर भी शामिल है | रेखा नायर के नाम से आरोपी मुकेश गुप्ता ने छत्तीसगढ़ के अलावा केरल और तमिलनाडु में करोडो के बंगले और भू-खंड खरीदे थे | रेखा नायर के ठिकानो में दबिश देने के बाद EOW की टीम को मुकेश गुप्ता की बेनामी संपत्ति के कई दस्तावेज हासिल हुए है | करोडो की जमीन-जायजाद की खरीदी को लेकर आरोपी रेखा नायर अब तक EOW को अपनी आय के प्रमाणिक स्रोतों की अधिकृत जानकारी उपलब्ध नहीं करा पाई है | गौरतलब है कि EOW ने हवलदार रेखा नायर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज कर उससे पूछताछ शुरू कर दी है | लेकिन यह आरोपी महिला अपने बैंक अकाउंट से करोडो के लेनदेन को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी EOW को नहीं दे पाई है | यही हाल आरोपी मुकेश गुप्ता के “MGM ट्रस्ट” का भी है | इस ट्रस्ट के 97 से ज्यादा खाते अकेले रायपुर के “स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया” में पाए गए थे | बताया जाता है कि यह “MGM ट्रस्ट” सेंट्रल इंडिया के सबसे बड़े “मनीलॉन्ड्रिंग” सेंटर के रूप में काम कर रहा था | ट्रस्ट के अकाउंट में रोजाना लाखो का वारा न्यारा होता था | लेकिन आरोपी मुकेश गुप्ता के आपराधिक प्रकरणों का खुलासा होने के बाद इस ट्रस्ट के अकाउंट में दान की रकम डालने के लिए कोई भी दानदाता सामने नहीं आ रहा है | बताया जाता है कि नगद रकम को तो कभी चेक से जारी रकम को व्हाइट मनी में तब्दील करने के लिए यह ट्रस्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था | हालांकि अब अस्पताल की आड़ में चलने वाले इस ” मनी लॉन्डरिंग ” सेंटर की जांच भी शुरू हो गयी है | यही नहीं खुद आरोपी मुकेश गुप्ता भी जालसाजी और अपने पद का दुरूपयोग कर सरकारी जमीनों को हथियाने में जुटा था | इस सिलसिले में ही उसके खिलाफ “चार सौ बीसी” का प्रकरण दर्ज किया गया है | इस अपराधिक मामले को लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस को उसकी तलाश है | यह भी बताया जा रहा है कि इस आरोपी के खिलाफ जालसाजी के प्रामाणिक सबूत होने के चलते उसे अदालत से भी किसी भी तरह की राहत की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है |
एक जानकारी के मुताबिक क़ानून के कई जानकारों ने आरोपी मुकेश गुप्ता को साफ़ कर दिया है कि जालसाजी के प्रामाणिक सबूतों के उपलबध होने के चलते उसे शायद ही क़ानूनी संरक्षण प्राप्त हो पायेगा | इस मामले में आरोपी मुकेश गुप्ता की गिरफ्तारी तय मानी जा रही है | बहरहाल अब देखना लाजमी होगा कि नियत तारीख 5 जुलाई को आरोपी मुकेश गुप्ता अपने बयान दर्ज करवाने EOW के मुख्यालय में पहुंचता है या नहीं | इस ओर भी लोगो की निगाहें होगी कि छत्तीसगढ़ पुलिस अपने इस आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर क्या कदम उठाती है |