रायपुर/दिल्ली। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में कई नेताओं के क्रियाकलापों को लेकर बवाल मचा हुआ है। ताजा मामला सरगुजा से पार्टी उम्मीदवार शशि सिंह से जुड़ा है। शशि सिंह और उनकी माता के खिलाफ रायपुर के राजेन्द्र नगर थाने में धोखाधड़ी की शिकायत की गई है, मामले की जांच के बाद जल्द F.I.R. भी दर्ज होने के आसार हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कोषाध्यक्ष गजराज पगारिया ने शशि सिंह और उनकी माता के खिलाफ स्थानीय राजेन्द्र नगर थाने में जमीन हड़पने और फर्जी दस्तावेजों को तैयार कर उसे बेचने का आरोप लगाया है। गजराज पगारिया ने पुलिस को की गई शिकायत में जमीनों की खरीद-फरोख्त , कूट रचना और फर्जीवाड़े से जुड़े कई दस्तावेज पेश कर कांग्रेस उम्मीदवार शशि सिंह की मुश्किलें बढ़ा दी है।
रायपुर में राजेन्द्र नगर थाने में की गई शिकायत में कहा गया है कि पुष्पा देवी सिंह पति श्री कुलेश्वर सिंह निवासी रामानुजनगर सरगुजा ने वर्ष 2001 में गजराज पगारिया से लगभग 5000 स्क्वायर फिट जमीन खरीदी थी, राजेन्द्र नगर स्थित यह जमीन पुष्पा देवी सिंह द्वारा वर्ष 2003 में बेच दी गई थी। इसका नामांतरण भी हो चुका है। लेकिन वर्ष 2023 में इस जमीन के दस्तावेजों के आधार पर गजराज पगारिया की एक दूसरी लगभग 2500 स्क्वायर फिट का प्लॉट पुनः बेच दिया गया। शिकायत के मुताबिक फर्जी दस्तावेजों और पुरानी रजिस्ट्री के आधार पर पुष्पा देवी सिंह ने अन्यत्र जमीन भी बेच डाली, इसके लिए उनकी पुत्री शशि सिंह ने अपने पद और प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया था। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गजराज पगारिया ने इस नए सौदे से जुड़े कई दस्तावेज पुलिस को सौंपे हैं, उन्होंने न्याय की गुहार लगाई है।

शशि देवी सिंह अंबिकापुर सीट से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी हैं, सूत्रों के मुताबिक शशि देवी सिंह और पीड़ित गजराज पगारिया के बीच सुलह के लिए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता टी. एस. बाबा ने भी काफी हाथ पांव मारे थे, लेकिन कोई हल नहीं निकला। आखिरकार पीड़ित ने धोखाधड़ी की पूरी दास्तान सुनाते हुए पुलिस से जल्द F.I.R. दर्ज करने की मांग की है। बताया जाता है कि मामले की विवेचना शुरू कर दी गई है। उधर कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेरा ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भू-पे और मीडिया संचार विभाग के प्रभारी सुशील आनंद शुक्ला पर गंभीर आरोप लगाए हैं। राधिका खेरा ने अपने इस्तीफे की जानकारी देते हुए X पोस्ट में कहा कि हां मै लड़की हूं और लड़ सकती हूं, और वही अब मैं कर रही हूं, अपने व देशवासियों के न्याय के लिए मैं निरंतर लड़ती रहूंगी।

राधिका खेरा के इस्तीफे का मामला उस समय सुर्खियों मे आया था जब 4 दिन पहले कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में उनकी सुशील आनंद शुक्ला से बहस हो गई थी। बताते हैं कि विवाद इतना बढ़ा की पीड़ित राधिका खेरा ने फौरन अपने इस्तीफे का ऐलान भी कर दिया था। हालाकि रायपुर के बजाए उन्होंने दिल्ली पहुंच कर पार्टी आलाकमान को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इस इस्तीफे में राधिका खेरा राममय नजर आ रहीं हैं, रामभक्ति के साथ उन्होंने कांग्रेस को फटकार भी लगाई है। राधिका का इस्तीफा कांग्रेस में चर्चा का विषय बना हुआ है।




उधर अंबिकापुर में भी कांग्रेस प्रत्याशी शशि देवी सिंह के खिलाफ पार्टी के ही नेता गजराज पगारिया की शिकायत से भारी बवाल मचा है। धोखाधड़ी के मामले को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी अपनी ही पार्टी के नेताओं से पूरी तरह से घिर गई हैं। बीजेपी की सक्रियता से एक ओर उन्हें खाई तो दूसरी ओर कुंवा नजर आ रहा है। धोखाधड़ी जैसी गंभीर शिकायत में फर्जी दस्तावेजों के उजागर होने से विरोधियों को कांग्रेस के खिलाफ एक बड़ा मुद्दा मिल गया है। लोकसभा चुनाव प्रचार के तीसरे चरण में एक के बाद एक कांग्रेस उम्मीदवारों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।